लखनऊ: केंद्रीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि देश की रक्षा क्षमता बढ़ने के बाद कोई भी हमारी तरफ आंख उठाकर नहीं देख सकेगा। उन्होंने कहा कि शहर में नया आयुध कारखाना खोलने की जरूरत नहीं है। पहले से चल रही आर्डिनेंस फैक्ट्रियों की क्षमता बढ़ाकर नए रोजगार सृजित किए जाएंगे।
मनोहर पर्रिकर ने बीएनएसडी शिक्षा निकेतन, बेनाझाबर में पत्रकारों से बात करते हुए यह बातें कही। पाकिस्तान व चीन से खतरे व घुसपैठ के सवाल पर उन्होंने कहा कि घुसपैठ पहले की अपेक्षा कम हुई है। हमारी सेनाएं इस प्रकार की घटनाओं का मुंहतोड़ जवाब दे रही हैं।
उन्होंने कहा कि चीन, पाकिस्तान या कोई भी देश भारत की रक्षा क्षमता बढ़ने के बाद हमें नहीं डरा सकेगा। इसके लिए हमने प्रयास भी शुरू कर दिए हैं। अभी हम रक्षा जरूरतों का 70 प्रतिशत विदेशों से आयात कर पूरा करते हैं। हमारा प्रयास है कि अगले पांच सालों में इसका ज्यादातर उत्पादन भारत में होने लगेगा। इससे दो लाख नए रोजगार का भी सृजन होगा।
कयास लगाए जा रहे थे कि रक्षा मंत्री नए आयुध कारखाने की घोषणा कर सकते हैं। रक्षा मंत्री ने इन कयासों पर विराम लगाते हुए कहा कि नई फैक्ट्री लगाने से अच्छा है कि शहर में चल रही पांच पुरानी आयुध कारखानों की क्षमता बढ़ाई जाए। हम इनका उत्पादन दोगुना कर नये रोजगार सृजित करेंगे।
किसानों को मुआवजा मामले पर रक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार बहुत आलसी है। प्रदेश सरकार को किसानों की सहायता के लिए पर्याप्त धन देने के लिए तैयार हैं, लेकिन आलसी प्रदेश सरकार हमें किसानों को हुए नुकसान का सर्वे कराकर ही नहीं दे रही है।
उप्र के विकास पर रक्षा मंत्री ने कहा कि यहां का भ्रष्टाचार विकास में सबसे बड़ी बाधा है।