जमुई: बिहार के जमुई जिले के जिलाधिकारी का अपनी पत्नी से विवाद अब चर्चा का विषय बन गया है। जमुई के जिलाधिकारी धर्मेन्द्र कुमार की पत्नी वत्सला सिंह अपनी मां पुष्पा सिंह से मिलने पहुंची थी। जब गार्ड्स ने अंदर नहीं घुसने दिया तो डीएम की पत्नी उनके आवास के बाहर ही धरने पर बैठ गईं। करीब 20 घंटे तक अपने पति से मिलने की जिद में धरने पर बैठी वत्सला सिंह लोगों के समझाने-बुझाने के बाद गुरुवार को पटना लौट गईं।
जमुई के एक पुलिस अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि 26 साल की वत्सला सिंह और उनकी मां पुष्पा सिंह (52) पटना से बुधवार सुबह यहां पहुंची थी और जबरदस्ती आवास में जाने की कोशिश की। जब उन्हें सुरक्षाकर्मियों ने रोक दिया तब वहीं वे धरने पर बैठ गई। वत्सला ने आरोप लगाया, "मेरे पति के घर पर उनके सुरक्षा गार्ड्स ने हमें अंदर नहीं जाने दिया और दरवाजे पर ही रोक दिया। इसके बाद मैं आवास के सामने ही बैठी रही।" वत्सला ने बताया, "बिना कुछ बताए या चर्चा किए मेरे पति ने मार्च में पटना पारिवारिक अदालत (फैमिली कोर्ट) में हमारे तलाक की अर्जी डाल दी। मैंने उनसे बात करने की कोशिश की, लेकिन हर बार नाकाम रही।"
इधर, जमुई के जिलाधिकारी कुमार ने फोन पर बताया कि यह मामला अदालत में है और इस पर सुनवाई हो रही है। उन्होंने कहा कि वे केवल अदालत का फैसला मानेंगे। एक अधिकारी की मानें तो जिलाधिकारी जमुई में नहीं हैं और छुट्टी पर हैं।
बता दें कि नालंदा के रहने वाले भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी धमेंद्र का विवाह 11 मार्च 2015 को पटना के बाढ की रहने वाली वत्सला सिंह के साथ हुआ था। धमेंद्र कुमार के ऊपर उनकी पत्नी ने पहले भी कई आरोप लगाए हैं और मामला महिला आयोग के पास भी जा चुका है। डीएम की पत्नी ने इसी साल जून में राष्ट्रीय महिला आयोग में शिकायत दर्ज करवाई थी। अपने आवेदन में उन्होंने कहा था कि पति उनके फॉन कॉल को रिकॉर्ड करते थे। इसके अलावा वत्सला सिंह ने ये भी कहा कि शादी के बाद उनके पति ने उनसे हनीमून पर चलने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने अपने फैशन डिजाइनिंग कोर्स की परीक्षा की वजह से फिर कभी चलने की बात कही। इसी विवाद के बाद से वत्सला सिंह अपने पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित अपने मायके में ही रह रही हैं।