नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3 सितंबर को चीन दौरे पर रवाना होंगे और मुमकिन है कि इससे पहले मोदी कैबिनेट में कई अहम बदलाव हो जाएं। कुछ नए चेहरे सामने आएंगे जिन्हें सरकार में बड़ी ज़िम्मेदारी मिल सकती है तो कुछ ऐसे चेहरे भी हैं जो शायद अब सरकार में ना दिखें। लेकिन इस फेरबदल से पहले सरकार में मंत्री फटाफट इस्तीफे देने में लगे हैं। स्किल डेवलपमेंट मिनिस्टर राजीव प्रताप रूडी और स्वास्थ्य राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने गुरुवार को कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया और अब ख़बर है कि केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान भी इस्तीफा दे सकते हैं। इसके अलावा केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती ने खराब सेहत का हवाला देकर इस्तीफे की पेशकश की है। वहीं रेल मंत्री सुरेश प्रभु पहले ही इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं लेकिन माना जा रहा है कि ये लिस्ट अभी यहीं थमने वाली नहीं हैं। ये भी पढ़ें: बकरीद पर कुर्बानी के खिलाफ खड़ा हुआ मुस्लिम समाज, जानें क्या है पूरा मामला
सूत्रों के मुताबिक मोदी मंत्रिमंडल से और भी मंत्री इस्तीफा दे सकते हैं लेकिन सवाल ये है कि कैबिनेट में बदलाव क्यों और आखिर क्यों हो रहे हैं लगातार इस्तीफे?
कैबिनेट में बदलाव क्यों?
-लगातार हो रहे रेल हादसों के चलते सुरेश प्रभु का मंत्रालय बदलेगा
-पर्यावरण मंत्री बन सकते हैं प्रभु, अटल सरकार में ये मंत्रालय संभाल चुके हैं
-नितिन गडकरी रेल मंत्री बन सकते हैं, अभी ट्रांसपोर्ट मंत्री हैं गडकरी
-इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए इंटीग्रेटेड मंत्रालय बनाकर कमान गडकरी को संभव
-कलराज मिश्र 75 साल से ज्यादा उम्र के हैं, इसलिए हटाया गया है
-कलराज मिश्र को बिहार का राज्यपाल बनाकर भेजा जा सकता है-सूत्र
-उमा भारती ने स्वास्थ्य कारणों से मंत्रालय छोड़ने की इच्छा जाहिर की
-राजीव प्रताप रूडी को संगठन में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है
-महेंद्र नाथ पांडे को यूपी बीजेपी का अध्यक्ष बनाया गया है
-एक व्यक्ति एक पद के तहत महेंद्र नाथ पांडे का इस्तीफा
-फग्गन सिंह कुलस्ते को संगठन में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है
इन मंत्रियों का इस्तीफा
राजीव प्रताप रूडी - स्किल डेवलपमेंट मंत्री
फग्गन सिंह कुलस्ते - स्वास्थ्य राज्यमंत्री
सुरेश प्रभु - रेल मंत्री
महेंद्र नाथ पांडे - एचआरडी राज्यमंत्री
कलराज मिश्र - लघु उद्योग मंत्री
उमा भारती - जल संसाधन मंत्री
इनका इस्तीफा संभव
संजीव बालियान - नदी विकास, गंगा संरक्षण
बीरेंद्र सिंह - इस्पात मंत्री
निर्मला सीतारमण - वाणिज्य, उद्योग मंत्री
गिरिराज सिंह - लघु उद्योग राज्यमंत्री
सुरेश प्रभु के रेल मंत्रालय की ज़िम्मेदारी परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को दी जा सकती है। माना जा रहा है कि इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए इंटीग्रेटेड मंत्रालय बनाकर ये ज़िम्मेदारी नितिन गडकरी को दी जाएगी यानि ट्रांसपोर्ट के साथ-साथ गडकरी के पास रेल मंत्रालय भी रहेगा।
मोदी मंत्रिमंडल के नए चेहरे
-AIADMK से थंबीदुरई, मैत्रेयन और के वेणुगोपाल को मंत्री बनाए जाने की संभावना जतायी जा रही है
-जानकारी के मुताबिक जेडीयू से सत्यपाल सिंह, आरसीपी सिंह, संतोष कुशवाहा, सुरेश अंगाड़ी, राकेश सिंह या प्रह्लाद पटेल में से किन्हीं दो सदस्यों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। मैत्रेयन और महेश गिरी को भी मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है।
-गुजरात के भावनगर की सांसद भारती स्याल मंत्री बन सकती हैं। वो राज्य में ओबीसी चेहरा हैं और साल के अंत तक गुजरात में विधानसभा चुनाव होने हैं।
-हिमाचल प्रदेश से अनुराग ठाकुर को मोदी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। यहां भी इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
-कर्नाटक से सुरेश अंगाड़ी और शोभा करंदलाजे को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। अंगाड़ी कर्नाटक के प्रभावशाली लिंगायत और शोभा वोक्कालिगा समुदाय़ से आती हैं।
-यूपी से संजीव बालियान की जगह मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और बागपत के सांसद सत्यपाल सिंह को मंत्री बनाया जा सकता है।
-इसके अलावा राज्यसभा सांसद विनय सहस्त्रबुद्धे को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक मोदी मंत्रिमंडल में फेरबदल शनिवार शाम 5 बजे किया जा सकता है क्योंकि आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद आंध्र प्रदेश जा रहे हैं और वो कल दोपहर बाद तक दिल्ली लौटेंगे इसलिए कैबिनेट विस्तार का फाइनल वक्त क्या होगा इस पर आज शाम तक इस पर मुहर लगने की उम्मीद है।