मंगलवार को जब कांग्रेस नेता राहुल गांधी गुजरात में प्रचार के कार्य में व्यस्त थे, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के चुनाव क्षेत्र अमेठी में एक रैली को संबोधित किया। अमेठी और रायबरेली ऐसे इलाके हैं जो हमेशा से कांग्रेस के गढ़ रहे हैं। सोनिया गांधी और राहुल गांधी लगातार वहां से चुनकर आते रहे हैं। पहले राजीव और इंदिरा गांधी चुनकर आए थे। लेकिन अब जो संकेत मिल रहे हैं वो राहुल गांधी और कांग्रेस के लिए चुनौती है। बदलाव का पहला संकेत तो असेंबली इलेक्शन में मिल चुका है। अमेठी और रायबरेली की लोकसभा सीट बीजेपी हार गई। लेकिन विधानसभा चुनाव में इन दोनों लोकसभा सीटों के अंतर्गत आने वाली दस असेंबली सीटों में छह पर बीजेपी जीती। इन छह सीटों में से चार सीटें अमेठी लोकसभा सीट के अंतर्गत आती हैं। अमेठी की जनता का मूड तो बीजेपी समझ रही है। दूसरी बात, चर्चा यह भी है कि हो सकता है राहुल गांधी अगले लोकसभा इलेक्शन (2019) में अपनी सीट बदल लें। राहुल अमेठी के बजाए रायबरेली से चुनाव लड़ें। क्योंकि इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि सोनिया गांधी लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगी वो राज्यसभा में जाएंगी। (रजत शर्मा)