नई दिल्ली। इंडिया टीवी के विशेष कार्यक्रम स्वास्थ्य सम्मेलन (swasthya sammelan 2021) में रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना पर सुस्ती के चलते देश में केस बढ़ रहे हैं। कोरोना को गंभीरता से लेने की जरूरत है। देश आज कोरोना से संघर्ष कर रहा है। देश में वैक्सीन की कमी को लेकर पूछे गए सवाल में डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि देश में आज 65 हजार से ज्यादा वैक्सीनेशन केंद्रों पर काम हो रहा है। वैक्सीन किसी तरह से बर्बाद ना हो इसका ध्यान रका जा रहा है। अभी तक 45 साल से ऊपर के लोगों को ही क्यों दी गई है वैक्सीन लगवाने की अनुमति दी गई है इस सवाल के जवाब पर डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि देश में अबतक कोविड की वजह से जितने लोगों की मृत्यु हुई है उनमें 88 प्रतिशत ऐसे लोग थे जिनकी आयु 45 वर्ष से ऊपर थी। यही वजह है कि फिलहाल 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगवाने की अनुमति दी गई है।
डॉ. हर्षवर्धन ने देश में बढ़ते कोरोना मामलों का बताया ये कारण
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि टीका उत्सव को लेकर बहुत अच्छी रिपोर्ट मिल रही है। देशवासियों को बधाई कि प्रधानमंत्री मोदी के आहवान पर वैक्सीनेशन हो रहा है। 65300 से ज्यादा वैक्सीन केंद्रों पर वैक्सीन लगाई जा रही है, इसके लिए इस काम से जुड़े सभी लोगों को बधाई। शायद हमारे मन से कोविड का खौफ खत्म हो गया था, उसकी वजह से कोविड के मामले 2 महीने में इतने ज्यादा बढ़ गए हैं। खाली एक वजह से कोरोना के मामले नहीं बढ़ रहे हैं, सब प्रकार के फैक्टर इसमें योगदान दे रहे हैं। शायद कोविड प्रोटोकॉल को लागू करने के लिए पहले जो कोशिश होती थी वह कम हुआ, सरकारों की तरफ से भी की जा रही सख्ती कम हुई, सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों पर लोगों की लापरवाही, मास्क को लेकर लापरवाही तमाम वजहें हैं जिस वजह से मामले बढ़े हैं।
लॉकडाउन की नौबत नहीं आएगी- डॉ. हर्षवर्धन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में वैक्सीन फ्री में उपलब्ध है। कोई भी आईडी देकर टीका लगवाया जा सकता है। देश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है। जो ज्यादा रिस्क में हैं उन्हें पहले वैक्सीन लगनी जरूरी है। टीकाकरण के साथ सतर्कता बरतना बहुत जरूरी है। प्रधानमंत्री का फोकस है कि वैक्सीन किसी भी कीमत पर बर्बाद ना हो। लॉकडाउन की नौबत नहीं आएगी। कोरोना से बचाव के लिए मास्क हर समय लगाना बहुत जरूरी है। कोरोना पर सतर्कता से मामले को कंट्रोल किया जा सकता है।
'टीके से ज्यादा जरूरी प्रीकॉशन लेना जरूरी है'
डॉ. हर्षवर्धन ने स्वास्थ्य सम्मेलन (swasthya sammelan 2021) में आगे कहा कि हमारी मृत्यु दर 1.27 प्रतिशत है जो दुनिया में सबसे कम है, निश्चित रूप से जिनके परिवार में किसी की मृत्यु हुई वो तो अभी भी भयवीत हैं, लेकिन बाकी लोगों में लापरवाही शुरू हुई, लोगों को लगा कि 98 प्रतिशत से ज्यादा लोग तो ठीक हो जाते हैं, खौफ खत्म हुआ जिस वजह से मामले बढ़ रहे हैं। जो टीका है वो हमारी इम्युनिटी को मजबूत करता है, लेकिन खाली टीका लगाकर हम इस बीमारी को काबू नहीं कर सकते, टीके से ज्यादा जरूरी प्रीकॉशन लेना है।
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