-राजस्थान के नागौर जिले की लाडनूं तहसील के एक छोटे से गांव का रहने वाला आनंदपाल मर्डर, लूट, वसूली और गैंगवार के करीब 24 मामलों में शामिल था।
-आनंदपाल लिकर किंग बनना चाहता है जिसके कारण विरोधी गैंग से उसकी लड़ाई होती रही। बीकानेर जेल में 2015 में उसका गैंगवार हुआ था जिसमें उसे भी गोली लगी थी।
-आनंदपाल राजस्थान के अपराध जगत में हथियारों और खून-खराबे के सहारे पहले नंबर पर आना चाहता था।
-अपराध की दुनिया में उसका प्रवेश 2006 में हुआ। उसने तब डीडवाना में जीवनराम गोदारा की गोली मारकर हत्या कर दी थी। डीडवाना में दर्ज 13 मामलों में से 8 में उसे भगौड़ा घोषित किया हुआ था।
-सीकर में हुए गोपाल फोगावट हत्याकांड में भी उसी का हाथ बताया जाता है। ये मामला विधानसभा में उठा था।
-जून, 2011 में उसने बीकानेर के सुजानगढ़ में भोजलाई चौराहे पर गोलीबारी की थी। तीन लोग घायल हुए थे। आरोप था कि उसी दिन उसने गनौड़ा जगह में शराब ठेके पर सेल्समैन के भाई को मार दिया।
-पहले वह बीकानेर और फिर अजमेर जेल में बंद था। 3 सितंबर 2015 को आनंदपाल और उसके साथी सुभाष मूंड की नागौर कोर्ट में पेशी थी। पुलिस वैन में उसे फिर अजमेर सेंट्रल जेल लाया जा रहा था।
-आनंदपाल ने लौटते हुए पुलिस वालों को मिठाई खिलाई जिससे उन्हें नशा आ गया। आगे उसके साथियों ने सड़क रोक ली और गोलियां चलाते हुए उसे भगाकर ले गए। इसमें एक पुलिसकर्मी मारा गया था।
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