नई दिल्ली: कोविड-19 के अभी तक हवा में फैलने की रिपोर्ट नहीं है और अधिकांशत: यह सांसों के साथ निकलने वाली छोटी बूंदों (रेसपिरेटरी डॉप्लेट्स) और नजदीकी संपर्क से फैलता है। यह बात विश्व स्वास्थ्य संगठन की दक्षिण पूर्व एशिया की प्रमुख डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने सोमवार को कही। सोशल मीडिया पर इस तरह की अफवाहों के फैलने के मद्देनजर उनका बयान आया है कि नोवल कोरोना वायरस हवा में फैल रहा है।
पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, ‘‘कोविड-19 के हवा में फैलने की रिपोर्ट नहीं है। अभी तक प्राप्त सूचना के आधार पर कोविड-19 अधिकांशत: सांसों के साथ निकलने वाली छोटी बूंदों (जैसे कोई बीमार व्यक्ति जब छींकता है तो उससे निकलने वाली छोटी बूंदें) और नजदीकी संपर्क से फैलता है। इसलिए डब्लूएचओ हाथ और श्वसन स्वच्छता की अनुशंसा करता है।’’
उन्होंने कहा कि चीन के अधिकारियों ने सूचना दी कि अपेक्षाकृत बंद परिवेश में एयरोसोल संचरण कर सकता है जैसे अस्पतालों के आईसीयू एवं सीसीयू में अधिक सघनता वाले एयरोसोल के संपर्क में आने से। उन्होंने कहा, ‘‘बहरहाल वायरस के इस तरह से फैलने के बारे में समझने के लिए ज्यादा अनुसंधान और महामारी विज्ञान के आंकड़ों के विश्लेषण की जरूरत है।’’
बता दें कि दुनिया में सोमवार शाम तक कोरोना वायरस के कुल मामले 3.51 लाख को पार कर गए हैं, जिनमें 15,400 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, इन मामलों में लगभग 1 लाख ऐसे मामले भी हैं जो ठीक हो चुके हैं। वहीं, भारत में कोरोना वायरस के कुल 468 केस सामने आए, जिनमें से अब 424 एक्टिव केस बचे हैं क्योंकि 35 लोग ठीक हो चुके हैं और 9 लोगों की मौत हो चुकी है।
ऐसे में अगर देखा जाए तो पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के मामलों में जिस रफ्तार से बढ़ोतरी हुई है उसे नजरिए से भारत में स्थिति अभी तक कुछ नियंत्रण में लग रही है और सरकार ने समय रहते लॉकडाउन का कदम भी उठा लिया है।