रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन कांग्रेस और जेएमएम गठबंधन के मुख्यमंत्री पद का चेहरा हैं। वह झारखंड की बरहेट और दुमका सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इससे पहले 2014 के विधानसभा चुनावों में भी वह दुमका और बेरहेट सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन दुमका सीट पर बीजेपी के लुइस मारंडी के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, बरहेट सीट पर उन्हें जीत हासिल हुई थी। बरहेट सीट से चुनाव जीतने के बाद वह विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बने।
2014 विधानसभा चुनावों में जीत के साथ ही वह दूसरी बार विधायक चुने गए थे। इससे पहले वह अर्जुन मुंडा मंत्रिमंडल में उप मुख्यमंत्री थे। इतना ही नहीं वह झारखंड के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। झारखंड आंदोलनकारी और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के बेटे हेमंत सोरेन का जन्म 10 अगस्त 1975 को हुआ था। वह 2009 में एक्टिव पॉलिटिक्स में आए थे। लेकिन, यहां से वह आगे ही बढ़ते चले गए। सितंबर 2010 में जब बीजेपी के अर्जुन मुंडा ने सीएम पद की शपथ ली तब हेमंत सोरन ने डिप्टी-सीएम पद की शपथ ली थी। यह भाजपा-जेएमएम के गठबंधन की सरकार थी।
इसके बाद 2013 में JMM ने भाजपा से समर्थन वापिस लिया और फिर कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई। इस सरकार में हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने। कांग्रेस-जेएमएम को आरजेडी का भी समर्थन मिला था। लेकिन, 2014 में वह मुख्यमंत्री रहते हुए ही वह दुमका सीट चुनाव हार गए। हालांकि, बेरहेट सीट से चुनाव जीतकर वह विधानसभा पहुंचने में कामयाब हो गए थे।