नई दिल्ली: करीब ग्यारह घंटे तक लापता रहने के बाद बेहोशी की हालत में मिले विश्व हिंदू परिषद अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया का अहमदाबाद के एक अस्पताल इलाज चल रहा है। डॉक्टरों के मुताबिक उनकी हालत अब स्थिर है लेकिन इसी बीच पुलिस ने उस शख्स की पहचान कर ली है जिसके साथ प्रवीण तोगड़िया सोमवार सुबह वीएचपी दफ्तर से निकले थे और जिसके बाद से वो लापता थे। उस शख्स का नाम धीरुभाई कपूरिया है। वह वीएचपी कार्यालय में ही काम करता है। पुलिस धीरुभाई कपूरिया को तलाश रही है और साथ ही उसके कॉल रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है।
तोगड़िया सोमवार को रात करीब नौ बजे अहमदाबाद के कोतरपुर में बेहोशी की हालत में मिले थे। वहीं से किसी ने सरकारी एंबुलेंस सेवा वन जीरो एट पर फोन किया और फिर उन्हें अस्पताल तक पहुंचाया जहां उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। अहमदाबाद के चंद्रमणी अस्पताल में तोगड़िया के भर्ती होने की ख़बर जैसे ही फैली अस्पताल के बाहर हैरान-परेशान समर्थकों की भीड़ जमा होने लगी। सबके जेहन में एक ही सवाल था कि तोगड़िया की तबीयत कैसे बिगड़ी, उनकी ऐसी हालत कैसे हो गई। समर्थकों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए अस्पताल के अंदर और बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने पड़े।
डॉक्टरों के मुताबिक कम शुगर लेवल की शिकायत के बाद तोगड़िया बेहोश हो गए थे। उन्हें जब अस्पताल लाया गया था तब उनका शुगर लेवल तीस था। हालांकि अब उनकी हालत स्थिर है लेकिन वो किसी से बातचीत नहीं कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि प्रवीण तोगड़िया सोमवार सुबह 10:45 बजे वीएचपी कार्यालय से कहीं बाहर जाने का कह कर ऑटो रिक्शा से निकले थे। तोगड़िया ने अपने साथ सुरक्षाकर्मियों को आने से भी मना कर दिया था।
ग्यारह घंटे के सस्पेंस के बाद तोगड़िया संदिग्ध हालत में मिल तो गए लेकिन जेड सिक्योरिटी में रहने वाले वीएचपी के इस फायरब्रांड नेता के इस तरह गुम होने की घटना ने कई सवाल खड़े कर दिेए हैं। सबसे पहला सवाल तो ये कि 11 घंटे तक तोगड़िया कहां थे और क्या कर रहे थे? सवाल ये भी कि बिना जेड प्लस की सुरक्षा के तोगड़िया कैसे कहीं निकल गए? सुबह जिस शख्स के साथ निकले थे, उसकी पहचान तो हो गई, लेकिन उससे पूछताछ कब होगी? तोगड़िया को अस्पताल पहुंचाने वाला शख्स कौन है? ये वो सवाल हैं जिनके जवाब का इंतजार पुलिस के साथ-साथ उनके समर्थकों को भी है और ये जवाब कोई दे सकता है तो वो हैं खुद तोगड़िया।