रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज छत्तीसगढ़ में एक कार्यक्रम में एक वृद्ध महिला को अपने हाथों से चरण पादुका पहनाईं और एक अन्य बुजुर्ग के कान में सुनने का यंत्र लगाया। मोदी ने छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के जांगला गांव में आयुष्मान भारत योजना के पहले चरण की शुरूआत की। उन्होंने इस मौके पर कहा कि यदि आज वह देश के प्रधानमंत्री हैं तो यह बाबा साहब की देन है।
इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आज का दिन महत्वपूर्ण है। आज बाबा साहब की जयंती है। केंद्र सरकार ने बीते चार साल में जो भी योजनाएं बनाई है गरीबों, शोषित, पीड़ित, वंचित, पिछड़े, महिलाओं और आदिवासियों को ताकत देने के लिए बनाई है। उन्होंने कहा कि विश्वास है कि बाबा साहेब की जयंती पर यहां केंद्र सरकार और राज्य सरकार की जिन योजनाओं की शुरूआत हुई है वह भी विकास का कीर्तिमान बनाने में कामयाब होगी।
मोदी ने कहा कि बाबा साहब आंबेडकर बहुत ही पढ़े लिखे थे उच्च शिक्षित थे। अगर वह चाहते तब दुनिया के समृध्द देशों में शानदार सुख चैन की जिंदगी बिता सकते थे। लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया। विदेश की धरती पर पढ़ाई करके वह वापस आए। उन्होंने अपना जीवन पिछड़े समाज के लिए, वंचित समुदाय, दलित और आदिवासी समुदाय के लिए समर्पित किया।
उन्होंने कहा कि आज बाबा साहब की प्रेरणा से मैं बीजापुर के लोगों में, यहां के प्रशासन में एक नया भरोसा जगाने आया हूं, एक नया विश्वास पैदा करने आया हूं, एक नई अभिलाषा जगाने आया हूं कि केंद्र की सरकार आपकी आशाओं, आकांक्षाओं और आपकी अभिलाषाओं के साथ खड़ी है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बीजापुर आने का कारण है कि उस पर कमजोर और पिछड़ा जिला होने का लेबल लगा दिया गया है। देश में सौ से ज्यादा जिलों में यही स्थिति है। स्वतंत्रता के इतने वर्षों बाद भी ये जिले पिछड़े बने हुए हैं। सौ से अधिक जिले विकास की दौड़ में पीछे छूट गए हैं। लेकिन अब नए सिरे से नई सोच के साथ नया काम होने जा रहा है। पिछड़े जिलों को आगे बढ़ाने के लिए नए प्रयासों के साथ का काम कर रही है सरकार।
मोदी ने इस दौरान रमन सिंह सरकार की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में तेजी से विकास हो रहा है और बस्तर की नई पहचान इकोनॉमी हब के रूप में होने वाली है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर जांगला गांव में वन धन योजना, बस्तर नेट परियोजना की भी शुरूआत की तथा भानुप्रतापपुर में रेलगाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान राज्य में कई नई सड़क परियोजनाओं की भी शुरूआत की गई।