नई दिल्ली। मानसून को लेकर भारतीय मौसम विभाग की तरफ से बड़ा अपडेट जारी किया गया है। मौसम विभाग ने बताया है कि केरल के तट पर मानसून कर पहुंचेगा। भारतीय मौसम विभाग की तरफ से ती गई जानकारी के अनुसार इस साल दक्षिण पश्चिम मानसून केरल के तट से 31 मई को पहुंचने का अनुमान है। मौसम विभाग ने इस साल मानसून सीजन (जून-सितंबर) के दौरान सामान्य बरसात की ज्यादा संभावना जताई है और सामान्य से कम बरसात की आशंका कम है। मौसम विभाग के अनुसार इस साल मानसून सीजन के दौरान 96-104 प्रतिशत बरसात होने की संभावना है।
केरल में दक्षिणपश्चिम मानसून समयपूर्व 31 मई को पहुंच सकता है। आमतौर पर राज्य में मानसून एक जून को आता है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) की ओर से बताया गया, ‘‘इस वर्ष दक्षिणपश्चिम मानसून केरल में 31 मई को पहुंच सकता है।’’
भारतीय मानसून क्षेत्र में, मानसून की शुरुआती बारिश दक्षिण अंडमान सागर से होती है और उसकी बाद मानसूनी हवाएं उत्तर पश्चिम दिशा में बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ती हैं। मानसून की नई सामान्य तारीखों के मुताबिक दक्षिणपश्चिम मानसून 22 मई के आसपास अंडमान सागर में पहुंचेगा। विभाग ने इस वर्ष मानसून सामान्य रहने का अनुमान जताया है।
बता दें कि, जैसे-जैसे मानसून उत्तर की ओर बढ़ता है, क्षेत्रों में चिलचिलाती गर्मी के तापमान से राहत का अनुभव मिलता है। दक्षिण पश्चिम मानसून 1 जून को लगभग 7 दिनों के मानक विचल के साथ केरल में आ जाता है। आईएमडी 2005 से केरल में मानसून के आरंभ की तारीख के लिए संक्रियात्मक पूर्वानुमान जारी कर रहा है।गौरतलब है कि पिछले 16 वर्षों (2005-2020) के दौरान केरल में मानसून के आरंभ की तारीख का आईएमडी के संक्रियात्मक पूर्वानुमान वर्ष 2015 को छोड़कर सही साबित हुआ है। केरल के ऊपर 2021 के दक्षिण पश्चिम मानसून आरंभ के लिए पूर्वानुमान की बात करें तो इस वर्ष केरल के ऊपर दक्षिण पश्चिम मानसून के आरंभ की तारीख प्लस माइनस 4 दिनों की मॉडल त्रुटि के साथ 31 मई होने की संभावना है।
भारत में इस साल सामान्य रहेगा मानसून : मौसम विभाग
मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बीते अप्रैल में बताया था कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के इस साल सामान्य रहने की संभावना है। जून से सितंबर तक सामान्य बारिश होगी। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सचिव माधवन राजीवन ने बताया था कि मानसून की लंबी अवधि का औसत (एलपीए) 98 प्रतिशत होगा, जो सामान्य श्रेणी में आता है।
राजीव ने बताया था कि, "यह सभी के लिए अच्छी खबर है क्योंकि इस साल मानसून सामान्य रहने की उम्मीद है।" एलपीए के 96-104 प्रतिशत के बीच वर्षा को सामान्य माना जाता है। उन्होंने कहा कि आईएमडी ने आज 2021 दक्षिण पश्चिम मानसून वर्षा के लिए फर्स्ट स्टेज लॉन्ग रेंज पूर्वानुमान जारी किया है। पूरे देश में मौसमी वर्षा (जून से सितंबर) लंबी अवधि के औसत से 96 से 104 प्रतिशत के साथ सामान्य रहने की संभावना है। बता दें कि, मॉनसून सीजन तब शुरू होता है जब दक्षिण-पश्चिम मानसून पहली बार केरल के दक्षिणी सिरे से टकराता है, आमतौर पर जून के पहले हफ्ते में और राजस्थान से सितंबर तक पीछे हट जाता है।
मंत्रालय ने कहा कि इस साल के मानसून के सामान्य रहने की संभावना 40 फीसदी है जबकि मानसून की 21 फीसदी संभावना सामान्य से ऊपर है। यह लगातार तीसरा वर्ष है, जब आईएमडी ने अच्छी बारिश की भविष्यवाणी की है।