बीजेपी के एजेंट के तौर पर काम करने के आरोपों से इनकार करते हुए कपिल मिश्रा ने कहा, 'मेरी माताजी पिछले 25 सालों से भाजपा में है। मेरी माताजी उस दिन भी निगम पार्षद थीं, जब अरविन्द केजरीवाल मेरे घर आए थे, और उनसे कहा था कि कपिल चुनाव लड़ना नहीं चाहता, हम उसे चुनाव लड़ाना चाहते हैं, आप उसे परमिशन दे दो, उस दिन मेरी माताजी बीजेपी की ही निगम पार्षद थीं, जब उन्होंने 2007 में दिल्ली की पहली मोहल्ला सभा लगाई थी, और केजरीवाल देखने पहुंचे थे कि मोहल्ला सभा कैसे लगाई जाती है। अरविन्द केजरीवाल ने जब स्वराज्य किताब लिखी, उस दिन भी मेरी माताजी बीजेपी की ही निगम पार्षद थी, और उन्होंने किताब में लिखा कि सोनिया विहार की निगम पार्षद अन्पूर्णा मिश्रा मोहल्ला सभा लगाती हैं, और ऐसी ही मोहल्ला सभा लगानी चाहिए। मैं कभी बीजेपी में नहीं था..आज डंके की चोट पर कहता हूं मैं आम आदमी पार्टी में था, आम आदमी पार्टी में हूं और रहूंगा। लेकिन 4-5 भ्रष्टाचारी इस पार्टी में हैं, उनको निकाल के रहूंगा।'
'केजरीवाल ने अपनी किताब स्वराज्य में मोहल्ला सभा के आयोजन के लिए मेरी मां की प्रशंसा की है' उन्होंने पार्टी की बैठकों में खुले तौर पर ये कहा है। लेकिन अब, यह साबित करने के लिए कि मैं बीजेपी का एजेंट हूं, वे एक साल पहले दिल्ली पुलिस की तरफ से आयोजित इफ्तार पार्टी के दौरान दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी के साथ ली गई मेरी तस्वीर को सर्कुलेट कर रहे हैं, और दूसरी तस्वीर एक समारोह की है जिसमें आम आदमी पार्टी के नेता भी मौजूद हैं।'
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