नई दिल्ली. देश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। सभी लोग चाहते हैं कि बीमारी को खत्म करने के लिए जल्द से जल्द वैक्सीन की खोज पूरी हो। मंगलवार को ICMR के डॉयरेक्टर जनरल बलराम भार्गव ने बताया कि तीन वैक्सीन भारत में क्लीनिकल स्टेज पर हैं और तीन प्री क्लीनिकल स्टेज पर।
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उन्होंने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट की वैक्सीन तीसरे फेज में है। इसका सैंपला साइज 1700 लोगों का है। भारत बॉयोटेक ने फेज 1 में 375 लोगों का सैंपल था। अब फेज 2 शुरू होना है जबकि जायड्स कैडिला के वैक्सीन का फेज 1 का सैंपल 50 का था। अब फेज 2 शुरू होने वाला है। उन्होंने बताया कि ये सभी वैक्सीन दो डोज की हैं। इनका दूसरा डोज 14-28 दिन पर दिया जाता है और फिर फिर 2-4 हफ्तों के बाद एंटीबॉडीज देखी जाती है।
इसके अलावा डॉ. बलराम भार्गव ने कहा कि ICMR सीरो सर्वेक्षण प्रकाशन प्रगति में है। यह इस सप्ताह इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च में दिखाई देनी चाहिए। दूसरे राष्ट्रीय सीरो-सर्वेक्षण को पहले सप्ताह सितंबर में पूरा किया जाना चाहिए। रूस की स्पुतनिक-5 वैक्सीन के सवाल पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने बताया कि रूस में विकसित COVID-19 वैक्सीन स्पुतनिक-5 को लेकर दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है, कुछ प्रारंभिक जानकारी भी साझा की गई है।