जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती कल 'आप की अदालत' शो (इस शो का प्रसारण शनिवार और रविवार को होगा) में मेरी मेहमान थीं। इस शो के दौरान उन्होंने जो कुछ भी कहा उसका सार यही है कि अगर घाटी में खून-खराबे को खत्म करना है तो भारत को पाकिस्तान के साथ बातचीत फिर से शुरू करनी होगी।
इस शो में महबूबा ने कई बार जोर देकर कहा कि बातचीत ही एकमात्र रास्ता है, इसके अलावा और कोई दूसरा रास्ता नहीं है। महबूबा का कहना था कि कश्मीर में खून-खराबे से भारत को काफी नुकसान उठाना पड़ा है जबकि पाकिस्तान को काफी कम नुकसान हुआ है। इसलिए बातचीत का रास्ता निकालने की कोशिश भारत को ज्यादा करनी पड़ेगी।
उन्होंने इस बात पर सहमति जताई कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पाकिस्तान के साथ बात करने की कोशिश की लेकिन उसका ज्यादा फायदा नहीं हुआ। लेकिन ये सिलसिला जारी रखने की जरूरत है। महबूबा मुफ्ती ने 'आपकी अदालत' के पूरे एक घंटे के शो में बार-बार अटल बिहारी वाजपेयी के जम्हूरियत, कश्मीरियत और इंसानियत के रास्ते को याद किया। उनका तर्क था कि अगर कश्मीर में अमन-चैन लाना है तो बातचीत और मेल-मिलाप का वाजपेयी का रास्ता ही मंजिल तक ले जाएगा। (रजत शर्मा)