नई दिल्ली। भारत युवाओं का देश है। लेकिन भारत की अर्थव्यवस्था को इस युवा शक्ति का तब तक फायदा नहीं मिल सकता जब तक यह कौशल से लैस न हो। यही ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल में ही प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) की शुरुआत की थी। यह केन्द्र सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं में से एक है। इसके तहत युवाओं को विशेष उद्योगों के लिए तैयार किया जाता है। यह योजना कौशल विकास एवं उद्यमता मंत्रालय की ओर चलाई जाती है।
इस योजना का उद्देश्य युवाओं को रोजगार प्रदान करना है। इसके साथ ही युवाओं को अपना काम शुरू करने के लिए आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी यह योजना बेहद महत्वपूर्ण मानी गई है। यहीं ध्यान में रखते हुए कम पढ़े लिखे या 10वीं, 12वीं कक्षा ड्राप आउट युवाओं को उद्योगों से जुड़ी ट्रेनिंग दी जाती है।
कोर्स की फीस
खास बात यह है कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) की यह ट्रेनिंग युवाओं के लिए पूरी तरह से मुफ्त होती है। ट्रेनिंग की फीस का सरकार खुद भुगतान करती है। बल्कि बतौर पुरस्कार राशि करीब 8000 रुपये सरकार देती है।
कोर्स की अवधि
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में 3 महीने, 6 महीने और 1 साल के लिए रजिस्ट्रेशन होता है। कोर्स पूरा करने के बाद ही सर्टिफिकेट दिया जाएगा। यह सर्टिफिकेट पूरे देश में मान्य होगा।
नौकरी में मदद
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) में ट्रेनिंग करने के बाद सरकार आर्थिक सहायता करने के साथ नौकरी दिलाने में भी मदद करती है। रोजगार मेलों के जरिए सरकार ऐसे युवाओं को नौकरी दिलाने में मदद करती है।
कैसे करायें कौशल विकास योजना में रजिस्ट्रेशन?
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) में आवेदक को अपना नामांकन कराना जरूरी होता है। इसके लिए https://pmkvyofficial.org पर जाकर अपना नाम, पता और ईमेल आदि जानकारी भरनी होती है।
- फार्म भरने के बाद आवेदक जिस तकनीकी क्षेत्र में ट्रेनिंग करना चाहता है उसे चुनना होगा
- PMKVY में कंस्ट्रक्शन, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं हार्डवेयर, फूड प्रोसेसिंग,फर्नीचर और फिटिंग, हैंडीक्रॉफ्ट, जेम्स एवं ज्वेलरी और लेदर टेक्नोलॉजी जैसे करीब 40 तकनीकी क्षेत्र दिये गए हैं।
- PMKVY में पसंदीदा तकनीकी क्षेत्र के एक अतिरिक्त तकनीकी क्षेत्र का भी चयन करना होगा
- इसके बाद अपने ट्रेनिंग सेंटर का चयन करना होगा।