नई दिल्ली: यहां के आदर्श नगर इलाके में पिटाई के बाद जान गंवाने वाले किशोर के परिजन शनिवार को इस बात को मानने को अभी भी तैयार नहीं कि उनका 16 साल का लड़का घटना के समय एक घर में चोरी की कोशिश कर रहा था जैसा कि लोगों ने उस पर आरोप लगाया। उसकी परिजन रेखा ने बताया कि वह गुरूवार रात अपने छोटे भाई के साथ घर से बाहर गया था।
उन्होंने कहा, ‘‘हम लोग साथ में सो रहे थे और हमें नहीं पता कि कहां और कब वे आधी रात को उठ कर चले गये। किसी ने उन्हें जाते हुये नहीं देखा। शुक्रवार की सुबह, रेल पटरियों के पास लोगों का बड़ा हुजूम मौजूद था और किसी ने बताया कि उनका बच्चा वहां पड़ा हुआ है। पुलिस ने कहा कि गुरूवार की रात के बाद से उसका छोटा भाई गायब था और शनिवार को उसका पता लगा लिया गया।
रेखा ने कहा कि उसका भतीजा घर में चोरी के इरादे से नहीं घुसा। दूसरे परिजन ने कहा कि वह इलाके में घूम रहा होगा और वहां रहने वालों ने उसे पकड़ लिया और बुरी तरह से पीटा। पुलिस का यही मानना है कि लड़का चोरी की नीयत से घर में घुसा था और उसे पकड़ लिया गया। उसकी पिटाई की गई और उसे अस्तपाल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई।
बता दें कि लड़का अपने परिवार के छह भाईबहनों में सबसे बड़ा था और उसकी मां की तीन साल पहले ही मौत हो गई थी। उसके पिता अमजद नलमिस्त्री का काम करते थे लेकिन बीमारी के वजह से उन्होंने काम करना छोड़ दिया था। उसकी दादी की इलाके में दुकान है और घर का खर्चा इसी से चलता हैं।
उसकी दादी ने कहा कि अगर उसने चोरी ही की थी तो उस मासूम को जान से क्यों मार डाला। पहले हमें बता तो देते। उसकी चाची ने कहा कि वह आरोपियो को जानती हैं। वे कभी हमारे पड़ोसी होते थे लेकिन अब मेलजोल नहीं है। एक पड़ोसी ने बताया कि घटना का पता चलने के बाद से उसके पिता सदमे में है।
उन्होंने इंसाफ की मांग करते हुये कहा कि जिन लोगों को इस मासूम को मार डाला उन्हें सजा मिलनी चाहिये। हालांकि, जिस घर में वह घुसा था, उन लोगों ने आरोप लगाया कि वह पहले भी डकैती के मामलों में शामिल रह चुका है।