नई दिल्ली। देश में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए जहां एक ओर सरकार लगातार बड़े फैसले ले रही है। वहीं दूसरी ओर ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीकाकरण कराने की सलाह दी जा रही है। भारत के तेजी से चलाए जा रहे टीकाकरण कार्यक्रम में रूसी वैक्सीन स्पूतनिक-V (Sputnik-V) की भी एंट्री हो गई है। साथ ही भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सीन (Covaxin) का इस्तेमाल किया जा रहा है। कोरोना वैक्सीन को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है।
देश में कोरोना वैक्सीन को लेकर कई तरह के भ्रम फैलाए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि कोरोना वैक्सीन लेने से कुछ दिन के लिए शरीर की इम्यूनिटी कम हो जाती है। इस सवाल का जवाब लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डॉ. अनुपम प्रकाश ने दिया है। डॉ. अनुपम प्रकाश ने कहा कि ये धारणा पूरी तरह से सही नहीं है। अगर कोई वैक्सीन लगवाता है तो शरीर की इम्यूनिटी कम नहीं होती है। हां, कई लोग कहते हैं कि वैक्सीनेशन सेंटर (Vaccination Centre) पर जाने के बाद कोरोना हो गया है, तो वह वैक्सीन से इम्यूनिटी कम होने की वजह से नहीं बल्कि कहीं न कहीं चूक से हुआ है क्योंकि मुंह और नाक से ही वायरस शरीर में प्रवेश करेगा, तो लापरवाही हुई है तभी कोरोना हो सकता है।
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लोगों में प्राकृतिक तरीकों का प्रचलन बढ़ा
महामारी के इस दौर में अपनी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए लोग प्राकृतिक तरीकों की ओर जा रहे हैं। प्राचीन भारत के ये तरीके महामारी से लड़ने और हमारे स्वास्थ्य को सुधारने में अग्रणी हो रहे हैं। कोविड-19 महामारी के कारण लोग अपने घरों के भीतर रहने को मजबूर हैं। पर्यावरणविद् मुकुल सनवाल ने आकाशवाणी के साथ बातचीत करते हुए कहा कि अरेका पाम का पौधा घर में रखना चाहिए, जिससे घर के भीतर ऑक्सीजन की मौजूदगी बढ़ती है।
वैक्सीन कैसे काम करती है?
वैक्सीन हमारे इम्यून सिस्टम को बीमारी फैलने वाले एजेंट्स के खिलाफ तैयार करती है। ऐसे एजेंट्स, जिन्होंने शरीर को अब तक प्रभावित नहीं किया है। ये शरीर को भविष्य के लिए सुरक्षा देती है। वैक्सीन को अपने अंदर एंटीजन नाम के कंपोनेंट के लिए जाना जाता है। ये कंपोनेंट आमतौर पर उस पैथोजन का हिस्सा होते हैं, जिनके खिलाफ वैक्सीन तैयार की जा रही है। इनमें बीमारी फैलाने की क्षमता नहीं होती, बल्कि ये एंटीबॉडीज विकसित करने के लिए इम्यून सिस्टम को एक्टिवेट करती हैं। SARS-CoV-2 में स्पाइक प्रोटीन ऑप्टिमल एंटीजन होते हैं। ज्यादातर कोविड-19 वैक्सीन में इन्हें अलग-अलग तरीकों से इंसान के शरीर में भेजा जाता है।
देश में अब तक लगभग 18 करोड कोविड टीके लगाए गए
भारत ने शुक्रवार (14 मई) को कोविड-19 महामारी के खिलाफ अपनी लड़ाई में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर पार कर लिया है। देशभर में अबतक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 18 करोड़ से ज्यादा कोविड टीकों की खुराक दी जा चुकी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। आज 18-44 साल के 3.25 लाख लोगों को कोविड टीके की पहली खुराक लगायी गयी। इस तरह टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत से अब तक 32 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में इस वर्ग में 42,55,362 लोगों को टीके लगाए जा चुके हैं।