नई दिल्ली: बिहार पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे में सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच के लिए मुंबई भेजे गए आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को क्वॉरन्टीन किये जाने पर कहा कि मुंबई पुलिस हमें जलील न करे। उन्होंने विनय तिवारी को क्वारंटीन किये जाने को illegal detention बताया। गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि हमने तो लिखित में मुंबई पुलिस से दस्तावेजों की मांग की थी। गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि ये मुंबई पुलिस बनाम बिहार पुलिस का मामला नहीं है। हमारे आईपीएस ऑफिसर को रात के 11 बजे जबरन क्वारंटीन कर दिया गया। क्वारंटीन की गाइडलाइन भी हमें मालूम है। यह Illegal detention है।
दरअसल सुशांत सिंह राजपूत केस की जांच का नेतृत्व करने के लिए बिहार से मुंबई पहुंचे आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को मुंबई में BMC अधिकारियों द्वारा जबरदस्ती क्वारन्टीन कर दिया गया है। बिहार पुलिस पहले ही मुबंई पुलिस पर इस मामले में उनकी मदद नहीx करने का आरोप लगा चुकी है। जिसके बाद बिहार पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए मुंबई में बिहार पुलिस को टीम को लीड करने के लिए IPS अधिकारी विनय तिवारी को भेजा।
दरअसल नियम के मुताबिक कोई व्यक्ति अगर 5 दिन दिन से ज्यादा के लिए किसी अन्य राज्य से आता है फ्लाइट से तो मुंबई में उसे क्वारन्टीन होना पड़ता है। इसी लाइन पर BMC ने क्वारन्टीनका ठप्पा उनके हाथ पर मारा है। बिहार पुलिस एससोसिएसन के अध्यक्ष ने इस मामले पर बयान देते हुए कहा है कि आईपीएस ऑफिसर को पहले आईपीएस हॉस्टल में रूकने की जगह नहीं दी गई। ऐसे में जब खुद उन्होंने अपनी व्यवस्था की तो उनसे उनका ठिकाना पूछा गया। पता मिलते ही बीएमसी ने विनय तिवारी को कोरोना के डर से कॉरेन्टीन कर दिया है।
देखिए, गुप्तेश्वर पांडे का पूरा इंटरव्यू