नई दिल्ली: पूर्व वित्त मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम को गुरुवार को तिहाड़ जेल भेज दिया गया, जहां वे आईएनएक्स मीडिया मामले में 19 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में रहेंगे। चिंदबरम को तिहाड़ की सेल नंबर 7 में रखा जाऐगा। 7 नंबर जेल में ही कार्ति चिदंबरम को रखा गया था। जेल प्रसाशन के मुताबिक आम कैदी की तरह पी चिदंबरम को जेल में रखा जाएगा।
तिहाड़ पहुंचने के बाद जेल के अधिकारी पहले उस आर्डर को फॉलो किया जो अदालत की तरफ से लिखा गया है। मसलन जो एप्लीकेशन पी चिदंबरम की तरफ से लगाई गई थी, जैसे उन्हें दवाइयां दी जाए, वेस्टर्न टॉयलेट की व्यवस्था की जाए, एक अलग सेल में रखा जाए, इसके अलावा उनकी सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाए। जेल सूत्रों की माने तो पी चिदंबरम के साथ एक सामान्य कैदी जैसा ही व्यवहार किया जाएगा, कुछ अलग से सुविधा नहीं दी जाएगी।
सबसे पहले चिदंबरम सभी कैदियों की तरह पी चिदंबरम की तलाशी ली है, कागजात पर साइन करवाये गए।इसके बाद उन्हें जेल में ही उनका मेडिकल चेकउप किया गया।8 बजे कैदियों को खाना दिया जाता है और 9 बजे सभी कैदी अपनी सेल में चले जाते है। सुबह 6-7 बजे कैदियों को जागना होता है, दिन चर्या के सभी काम करने के बाद नाश्ता दिया जाता है, जो दलिया/ब्रेड़/चाय और बिस्किट हो सकता है। नाश्ते के बाद कैदियों को टहलने और एक्सरसाइज करने की भी अनुमति होती है। इसके बाद दोपहर का खाना 1 बजे दिया जाता है जो दाल रोटी सब्जी होती है, किसी भी अंडरट्रायल कैदी को जेल में टेलीविजन देखने या लाइब्रेरी में जाने की अनुमति होती है।जेल के अधिकारियों का कहना है कि अगर अदालत अनुमति देती है तो वो अपने परिवार के सदस्यों और वकीलों से मिल सकते है।
चिदंबरम दिल्ली की तिहाड़ जेल में 14 दिन गुजारेंगे। चिदंबरम के पास जेड श्रेणी की सुरक्षा है। चिदंबरम को विशेष अदालत ने उनकी दवाओं को जेल ले जाने की अनुमति दी है। हालांकि, पी चिदंबरम के वकीलों ने अदालत में एक अर्जी दाखिल कर अपने मुवक्किल के लिए विशेष सुविधाओं का अनुरोध किया है। पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने एक अलग याचिका दायर कर अनुरोध किया कि उन्हें तिहाड़ जेल में कुछ चीजों की जरूरत होगी जिनमें दवाइयां और पश्चिमी शैली का शौचालय शामिल है।
आपको बता दें कि विशेष न्यायाधीश अजय कुमार कुहाड़ ने आईएनएक्स मीडिया मामले में बृहस्पतिवार को उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा है। विशेष न्यायाधीश कुहाड़ ने जब 19 सितंबर तक चिदंबरम को जेल भेजने का अपना आदेश पढ़ा, उनके वकीलों ने अलग अर्जी देकर चश्मा, डाक्टरों द्वारा बतायी गयी दवाइयां ले जाने तथा पश्चिमी शैली के शौचालय की सुविधा मुहैया कराने का अनुरोध किया।
अदालत ने अपने आदेश में कहा कि उन्होंने कहा है कि उन्हें जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है और इसके मद्देनजर उन्हें पर्याप्त सुरक्षा प्रदान करने की खातिर जेल अधिकारियों को निर्देश देने के लिए एक और अर्जी दी है। अदालत ने कहा कि यह अनुरोध भी किया गया है कि पर्याप्त सुरक्षा के साथ अलग कोठरी मुहैया कराई जाए। अदालत ने उनके अनुरोधों को मंजूर कर लिया। सुनवाई के दौरान सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अदालत को आश्वासन दिया कि जेल में चिदंबरम के लिए पर्याप्त सुरक्षा होगी।