बसीरहाट (पश्चिम बंगाल): पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के तीन पंचायत क्षेत्रों में दो समुदायों के बीच झड़प के बाद निषेधाज्ञा लगा दी गई है। दोनों समुदायों के बीच झड़प एक दुकानदार की ‘‘अस्वाभाविक’’ मृत्यु के बाद शुरू हुई। यह जानकारी पुलिस ने बृहस्पतिवार को दी। पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सीआरपीसी की धारा 144 लगाने के अलावा जिले के दत्तपुकुर, अमडंगा और देगंगा इलाकों में इंटरनेट सेवाओं पर रोक दी गई है।
बशीरहाट पुलिस जिला के एक अधिकारी ने कहा कि मंगलवार शाम दत्तपुकुर इलाके में तब झड़पे हुई जब एक दुकानदार हाटखोला इलाके में एक स्थानीय क्लब के एक कमरे में छत से लटका मिला। आईपीएस अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि झड़प में कथित संलिप्तता के आरोप में 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। क्लब ने एक मेले का आयोजन किया था जहां पड़ोसी काशिमपुर गांव के एक विशेष समुदाय के दुकानदार ने एक स्टाल लगाया था। मंगलवार को एक महिला खरीदार के साथ झगड़ा होने के बाद दुकानदार को क्लब के सदस्यों द्वारा कथित रूप से पीटा गया था।
अधिकारी ने बताया कि बाद में दुकानदार क्लब के एक कमरे की छत से लटका मिला। अधिकारी ने बताया कि इसके बाद दुकानदार के रिश्तेदारों ने हाटखोला में कई दुकानों, मकानों, वाहनों में तोड़फोड़ की और और उन्हें आग लगा दी। अधिकारी ने कहा कि इन लोगों ने यह आरोप लगाते हुए जेसोर रोड बाधित कर दिया कि उक्त व्यक्ति को क्लब के सदस्यों ने मार दिया है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि मंगलवार देर रात हाटखोला के रहने वाले अन्य समुदाय के लोगों ने दूसरे समूह के सदस्यों पर हमला किया। झड़पों पर काबू करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को क्षेत्र में भेजा गया। झड़प के दौरान दोनों ओर से बम फेंके गए। उन्होंने कहा कि पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े।
उन्होंने कहा कि स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए दत्तपुकुर, अमडंगा और देगंगा क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से बंद कर दी गईं हैं। अधिकारी ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है। अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने वहां निषेधाज्ञा वापस नहीं की है। इंटरनेट सेवाओं को भी अभी शुरू नहीं किया गया है। हम समीक्षा करेंगे और फिर इस पर निर्णय करेंगे।’’ अधिकारी ने कहा कि दुकानदार की मौत की जांच शुरू कर दी गई है।