कोलकाता: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी ने राज्य के हालातों के मद्देनजर गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बैठक में राज्य में हो रही हिंसा की घटनाओं और लॉ एंड ऑर्डर पर चर्चा की जाएगी। बता दें कि पश्चिम बंगाल में सियासी हिंसा का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। आए दिन प. बंगाल से हिंसा की खबरें आती हैं। BJP और TMC के बीच की राजनीतिक खींचातनी इनके कार्यकर्ताओं के बीच खूनी रंग में बदलती जा रही है। दोनों पार्टियां एक-दूसरे पर गुंडागर्दी का आरोप लगाती हैं।
भाजपा बार-बार आरोप लगाती रही है कि TMC के कार्यकर्ता गुंडागर्दी कर रहे हैं और उनका कार्यकर्ताओं की हत्या कर रहे हैं। बुधवार को इसी के विरोध में भारतीय जनता पार्टी लाल बाजार मार्च निकाल रही है। बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्या के खिलाफ पार्टी ने कोलकाता के लाल बाजार इलाके में स्थित पुलिस मुख्यालय का घेराव किया जहां कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं पुलिस की तरफ से उनपर आंसू गैस के गोले दागे गए हैं।
दर्शन करने वालों में बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता भी शामिल हैं। मुख्यालय के बाहर बीजेपी का झंडा लहराने वालीं 5 महिला कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। बीजेपी के मार्च को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। बंगाल में आज भी एक बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या की खबर आई है। मालदा में बीजेपी कार्यकर्ता असित सिंह का शव मिला है। असित सिंह पिछले दो दिन से लापता थे और आज उनका शव घर से थोड़ी दूर मिला। कल भी नॉर्थ 24 परगना में एक बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी। बंगाल में जब से बीजेपी का जनाधार बढ़ा है, हर दिन वहां से हिंसा और खूनखराबा भी ख़बरें आ रही हैं।
बीजेपी का प्लान वेलिंग्टन स्क्वॉयर से लाल बाजार तक मार्च निकालने का है। लिहाजा, पुलिस ने पूरे इलाके में बड़ी तादाद में पुलिसवालों को तैनात कर दिया है ताकि बीजेपी के नेताओं को पुलिस हेडक्वार्टर पहुंचने से पहले ही रोका जा सके। वहीं, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी दावा कर रही हैं कि बीजेपी ‘‘बंगाल को गुजरात में बदलने की योजना बना रही है’’ और वह ऐसा बिलकुल नहीं होने देंगी। बनर्जी ने मंगलवार को दावा किया कि लोकसभा चुनावों के बाद से 10 लोगों की मौत हुई है और इनमें से आठ तृणमूल कांग्रेस के लोग हैं, बाकि बीजेपी के समर्थक हैं। उन्होंने हालांकि 10 लोगों के मारे जाने के संबंध में कोई और जानकारी नहीं दी।