कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के भीड़भाड़ वाले बागड़ी मार्केट में रविवार को तड़के करीब 1,000 दुकानों वाली एक बहुमंजिला इमारत में भयंकर आग गई। दमकल विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है लेकिन 2 दमकलकर्मी आग बुझाते समय मामूली रूप से झुलस गए। यह बाजार भारतीय रिजर्व बैंक के कार्यालय और राइटर्स बिल्डिंग से लगभग एक किलोमीटर दूर है। पश्चिम बंगाल अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाओं के महानिदेशक जगमोहन ने कहा कि आग पर काबू पाने में 24 से 48 घंटे लगेंगे।
‘आग पर काबू पाने में समय लगेगा’
जगमोहन ने कहा, ‘आग पर काबू पाने के लिए हमें समय चाहिए क्योंकि 4 से 5 फ्लोर आग से पूरी तरह घिरे हुए हैं। दुकानों में प्लास्टिक के खिलौने, डीओड्रंट, फैब्रिक्स और रासायनिक सामग्री जैसी ज्वलनशील सामग्री का ढेर है।’ 60 साल पुरानी इमारत में लगी आग पर काबू पाने के लिए दमकल की 35 गाड़ियां लगाई गई हैं। जगमोहन ने कहा, ‘हम स्थिति से निपटने के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। शुरू में, बाहर से पानी की बौछारें चलाई गईं। लेकिन अब हम इमारत में घुसने में सफल हो गए हैं। अभियान में 2 दमकलकर्मी मामूली रूप से झुलस गए हैं।’
आग बुझाने में आ रही हैं दिक्कतें
उन्होंने बताया कि कैनिंग स्ट्रीट पर तड़के लगभग ढाई बजे इमारत के ग्राउंड फ्लोर में आग लगी और अन्य मंजिलों तक तेजी से फैल गई। वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘भीड़भाड़ वाला इलाका होने के कारण हमें काम में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हम इमारत में घुसने के लिए दरवाजों और छोटी खिड़कियों की ग्रिल काट रहे हैं और इसके लिए हाइड्रॉलिक सीढ़ी और गैस कटर का इस्तेमाल कर रहे हैं।’ जर्मनी और इटली में व्यावसायिक शिखर सम्मेलनों के लिए सुबह लगभग पौने दस बजे रवाना हुईं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एयरपोर्ट पर पत्रकारों से कहा, ‘इमारत में कोई फंसा नहीं है।’
दुकानदारों ने लगाया अव्यवस्था का आरोप
अपुष्ट रिपोर्टों के अनुसार, इमारत की ऊपरी मंजिल पर रह रहे लोग आग लगने के तुरंत बाद बाहर निकल आए। बड़ा बाजार के पास स्थित (शहर के व्यावसायिक केंद्र) 6 मंजिला इमारत में बहुत से प्रवेश द्वार हैं। आग फैलने की आशंका के कारण आसपास की इमारतों से भी लोगों को बाहर निकाला गया है। कुछ नाराज दुकानदारों ने आरोप लगाया कि दमकल अधिकारियों ने अभियान शुरू करने में देरी की। कुछ को जबरन इमारत में घुसने की कोशिश करते हुए भी देखा गया लेकिन दमकल विभाग के अधिकारियों ने उन्हें रोक दिया।
कुछ दुकानदारों का सबकुछ तबाह
दुकानदार अनिल मेहता ने कहा, ‘दुर्गा पूजा से कुछ समय पहले इस आग में मैंने सब कुछ खो दिया। गोदाम के साथ मेरी दुकान भी जलकर खाक हो गई।’ वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और कोलकाता आपदा मोचन समूह (DMG) के अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे महापौर सोवन चटर्जी ने पत्रकारों से कहा कि दुकानदारों ने चेतावनियों के बावजूद अग्नि-सुरक्षा उपकरण नहीं लगाए थे। उन्होंने कहा, ‘हम कई बार बागड़ी मार्केट गए और दुकानदारों से एहतियाती कदम उठाने के लिए कहा था। दमकल विभाग ने भी सुरक्षा उपायों की सिफारिश की थी लेकिन ऐसे कोई कदम नहीं उठाए गए।’
‘सुरक्षा उपाय होते तो हादसे से बचा जा सकता था’
चटर्जी ने कहा, ‘अगर समय पर सुरक्षा उपाय किए गए होते तो हादसे से बचा जा सकता था। आग के लिए मार्केट के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा। हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं लेकिन सड़क पर बहुत संख्या में इमारत होने के कारण आग बुझाने का अभियान बहुत कठिन है।’ आग के कारण इलाके में यातायात पाबंदियां लगाई गई हैं। कोलकाता यातायात पुलिस विभाग ने ट्वीट कर कहा, ‘आग लगने की घटना के कारण एमजी रोड और पोद्दार कोर्ट के बीच, रबिंद्र सराणी और ब्राबोर्न रोड और रबिंद्र सारणी के बीच कैनिंग स्ट्रीट पर वाहनों की आवाजाही बंद है।’