नई दिल्ली: बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस समय चार दिन के दिल्ली दौरे पर हैं। ममता जहां एक तरफ दिल्ली में सभी विपक्षी पार्टियों से मुलकात कर रही हैं तो वहीं बीजेपी से नाराज चल रहे हैं नेताओं से भी सियासी समीकरण बैठा रही हैं। ममता बनर्जी बुधवार को बीजेपी के असंतुष्ट नेता यशवंत सिन्हा, शत्रुघ्न सिन्हा और अरुण शौरी से मुलाकात करेंगी। इसके अलावा उन्होंने कहा है कि अगर मायावती और अखिलेश बुलाते हैं तो वो लखनऊ जाकर भी उनसे मुलाकात करने को तैयार हैं। इससे पहले मंगलवार को ममता ने राकांपा प्रमुख शरद पवार तथा तेदेपा, टीआरएस तथा शिवसेना के नेताओं से मुलाकात की।
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि नोटबंदी और बैंक घोटाले जैसे मुद्दों ने जमीनी स्तर पर जनता को प्रभावित किया है और भाजपा के लिए‘‘ बोरिया बिस्तर बांधकर निकलने का’’ वक्त आ गया है। उन्होंने कहा कि सभी विपक्षी दलों को भाजपा को सत्ता से हटाने के लिए एकसाथ मिलकर मेहनत करनी चाहिए। कर्नाटक विधानसभा चुनावों की लीक चुनावी तारीखों पर प्रतिक्रिया देते हुए ममता ने कहा कि सभी संस्थाएं भाजपा की संस्थाएं बन गई हैं क्योंकि भाजपा कई एजेंसियों का‘‘ प्रयोग और दुरुपयोग’’ कर रही हैं। भाजपा की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने इससे पहले आज चुनाव आयोग द्वारा कर्नाटक विधानसभा चुनावों की तारीखें घोषित करने से पहले ही इन चुनावों की तारीखें ट्वीट कर दीं। इसके बाद आयोग ने इस लीक को‘‘ बहुत गंभीर मुद्दा’’ करार देते हुए इस मामले में जांच और कड़ी कार्रवाई की जरूरत की बात कही।
तृणमूल प्रमुख ममता ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘ हम चाहते हैं कि सभी विपक्षी दल एकसाथ मिलकर मेहनत करें। हमें भाजपा से लड़ने के लिए राज्य की सबसे मजबूत विपक्षी पार्टी की मदद करनी चाहिए। यह एक लड़ाई होनी चाहिए।’’ राष्ट्रीय राजधानी आईं ममता ने राकांपा प्रमुख शरद पवार तथा तेदेपा, टीआरएस तथा शिवसेना के नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने कहा, ‘‘ जनता भाजपा के खिलाफ है। मैंने कई राज्यों की यात्रा की। मैं जनता का मूड जानती हूं। नोटबंदी, जीएसटी, बैंक धेाखाधड़ी जैसे मुद्दों ने जमीनीस्तर पर जनता को प्रभावित किया है। भाजपा के लिए बोरिया बिस्तर बांछकर निकल लेने का वक्त आ गया है।’’