कोलकाता। क्या पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ महागठबंधन की तैयारी कर रही हैं? यह सवाल तब उठ रहा है जब ममता बनर्जी ने कांग्रेस और लेफ्ट को मिलाकर भाजपा से लड़ने की बात कही है। ममता बनर्जी ने बुधवार को पश्चिम बंगाल विधानसभा में कांग्रेस और सीपीआई (एम) को कहा कि हमे भाजपा के खिलाफ मिलकर लड़ने की जरूरत है।
ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी और सीआईएसएफ पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा पश्चिम बंगाल में सीआईएसएफ का इस्तेमाल कर रही है, उन्होंने कहा कि सीआईएसएफ के लोग चुनाव के दौरान लोगों के घरों मे गए और 5-5 हजार रुपए देकर वोट खरीदे। ममता बनर्जी ने कहा कि जनता के हित को ध्यान में रखते हुए हमें (टीएमसी, कांग्रेस और सीपीआईएम) भाजपा से मिलकर लड़ना होगा।
गौरतलब है कि इस बार के लोकसभा चुनावों से पहले भी कई विपक्षी दलों ने भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ मिलकर चुनाव लड़ने की रणनीति बनाई थी, उत्तर प्रदेश में तो सपा और बसपा ने गठबंधन भी किया था। पश्चिम बंगाल में भी चुनावों से पहले गठबंधन की बात हुई थी, लेकिन चुनाव के दौरान तालमेल नहीं बैठ पाने की वजह से पश्चिम बंगाल में कांग्रेस, सीपीआईएम और तृणमूल कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ा था।