जयपुर: पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, नागौर, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू जिलों में मंगलवार दोपहर बाद या रात्रि के समय कहीं-कहीं बादल गरजने के साथ तेज आंधी और हल्की बारिश होने की संभावना है। जयपुर मौसम केंद्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से उत्तर पश्चिमी राजस्थान में दबाव क्षेत्र बनने से मंगलवार दोपहर बाद अथवा रात्रि के समय पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर, नागौर, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ और चूरू जिलों में कहीं-कहीं मेघगर्जन के साथ तेज आंधी चलने और हल्की बारिश होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि सात अप्रैल से इसका असर कम होगा जिसके बाद एक बार फिर मौसम शुष्क रहेगा। मौसम के मिजाज को देखते हुए किसानों को यह सलाह दी जाती है कि जो फसलें कट कर तैयार हो चुकी हैं या खलिहान में अब भी पड़ी है, उसका सुरक्षित स्थान पर भंडारण करें। विभाग ने कोटा, सवाईमाधोपुर, बूंदी, जयपुर, अलवर, भीलवाड़ा, भरतपुर, चित्तौडगढ़, बाड़मेर, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, पाली, जालौर, नागौर, चूरू जिलों में कहीं-कहीं लू चलने की संभावना जताई है।
राज्य के अधिकतर हिस्सों में अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से लेकर 43.4 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया, वहीं न्यूनतम तापमान 17.4 डिग्री सेल्सिलयस से लेकर 26.2 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया। इस बीच इस साल मार्च में बढ़े पारे ने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार औसत तापमान के लिहाज से इस साल मार्च 121 वर्षों में तीसरा सबसे गर्म महीना रहा है।
आईएमडी ने कहा कि 1981-2010 की पर्यावरण अवधि में सामान्य 31.24 डिग्री, 18.87 डिग्री और 25.06 डिग्री की तुलना में पूरे देश के लिए मासिक अधिकतम, न्यूनतम और मध्यवर्ती तापमान क्रमश: 32.65 डिग्री सेल्सियस, 19.95 डिग्री सेल्सियस और 26.30 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग ने कहा, ‘‘32.65 डिग्री के साथ मार्च 2021 के दौरान अखिल भारतीय औसत मासिक अधिकतम तापमान पिछले 11 साल में सबसे गर्म रहा और पिछले 121 वर्षों में तीसरा सबसे गर्म मार्च रहा। इससे पहले 2010 और 2004 में यह तापमान क्रमश: 33.09 डिग्री और 32.82 डिग्री सेल्सियस रहा था।’’
मौसम विभाग ने अपनी पूर्व की रिपोर्ट में कहा था कि जनवरी और फरवरी भी मध्यवर्ती और न्यूनतम तापमान के हिसाब से 121 साल में तीसरे और दूसरे गर्म महीने रहे थे। मार्च में देश के कई हिस्से में 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने कहा है कि 29-31 मार्च के दौरान कई जगहों पर लू चल रही थी जबकि पश्चिम राजस्थान के छिटपुट स्थानों पर भीषण लू की स्थिति की थी। विभाग के मुताबिक 30-31 मार्च के दौरान पूर्वी राजस्थान तथा 31 मार्च को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी क्षेत्रों, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु के कुछ स्थानों से भी लू चलने की सूचना मिली।
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