नई दिल्ली: देश के अलग-अलग हिस्सों में मॉनसून की वजह से बारिश हो रही है। बारिश की वजह से कहीं मौसम सुहाना हो गया है तो कहीं ये बारिश परेशानी का सबब बन गई। मॉनसून की वजह से ये बारिश दिल्ली से लेकर मुंबई और शिमला, बलरामपुर से लेकर अहमदाबाद तक हो रही है। शिमला में बारिश की वजह से एक घर की दीवार ढह गई तो अहमदाबाद में तेज बारिश की वजह से सड़क पर सैलाब जैसे हालात बन गए। बलरामपुर में तो बारिश के बाद घुटनों तक पानी भर गया। वहीं उत्तराखंड में तेज बारिश के बाद राज्य में कहीं बादल फटे, तो कहीं भूस्खलन हुआ। हर जगह तबाही के निशान नजर आ रहे हैं।
मुश्किल ये है कि मौसम की ये मार आने वाले दिनों में और तेज हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 48 घंटे तेज बारिश होगी, जिससे उत्तराखंड के 8 जिले बेहाल हो सकते हैं। पिथौरागढ़ के मुनस्यारी में तेज बारिश के बाद बादल फटा जिसके बाद एडीएम कोर्ट रोड और मेन बाजार मार्ग मलबे से पट गया। मंजर ऐसा था कि डरे सहमे लोग घर बार छोड़कर सुरक्षित जगहों पर पहुंच गए। भारी बारिश के कारण सेराघाट पावर प्रोजेक्ट को भी नुकसान पहुंचा है। एक गाड़ी, पुल और पूरा का पूरा रास्ता ही पानी में बह गया।
मुनस्यारी में जहां बादल फटने से तबाही आई वहीं भारी बारिश के बाद उत्तराखंड से जगह-जगह चट्टाने खिसकने की खबरें भी आ रही हैं। टिहरी में इतनी तेज बारिश हुई कि पहाड़ दरक गया। भूस्खलन की वजह से चट्टान चंद मिनट में सड़क पर आ गया। उस वक्त हाईवे पर कई राहगीर जा रहे थे। लैंडस्लाइड देखकर लोग दहशत में आ गए। गनीमत ये रही कि किसी की जान नहीं गई। पहाड़ से नीचे मलबा आने की वजह से ये हाईवे ठप हो गया।
उत्तराखंड के धारचूला में भारी बारिश के बाद काली नदी उफान पर है। गरजती नदी की वजह से इलाके में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। कुछ घंटे की और बारिश हुई तो लोगों के घर बाढ़ का पानी समा सकता है। खतरे को देखते हुए भारत को नेपाल से जोड़ने वाले पैदल पुल को फिलहाल बंद कर दिया गया है। चिंता की बात ये है कि आने वाले 48 घंटे उत्तराखंड पर भारी हैं। मौसम विभाग के मुताबिक देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी, पिथौरागढ़, नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर में भारी बारिश हो सकती है।
बिहार के चंपारण में भारी बारिश के बाद आए फ्लैश फ्लड ने लोगों को मुसीबत में डाल दिया। बाढ़ के पानी ने नदी के किनारों को तोड़ डाला। नदी का जलस्तर बढ़ने से कई इलाकों का आपस में संपर्क तक टूट गया है। चंपारण के पंडई नदी में आई बाढ़ से पशु चराने गए किसान फंस गए हैं। जानकारी के मुताबिक पहाड़ी नदियों समेत बरसाती नदी-नालों ने भी विकराल रूप ले लिया है जिससे इलाके के रूपवलिया, धुमली परसा, मुरली, भरहवा, पडरी और शेरहवा गांव टापू में बदल गए हैं।
दक्षिण कश्मीर में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। तेज बारिश से तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि कई बेघर हो गए हैं। झेलम नदी उफान पर है। एहतियातन घाटी के स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात रोक दिया गया है। दिल्ली एनसीआर में भी सोमवार शाम को अचानक जोरदार बारिश हुई। इससे तपती गर्मी से परेशान लोगों को कुछ राहत मिली। बारिश से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई।