नई दिल्ली: सीआरपीएफ ने शुक्रवार को कहा कि वह जम्मू कश्मीर में भयावह आतंकी हमले में शहीद हुए अपने 41 जवानों की शहादत को न तो भूलेगा और न ही माफ करेगा बल्कि इसका बदला लेगा। देश के सबसे बड़े अर्द्धसैनिक बल ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट करते हुए कहा, ‘‘हम भूलेंगे नहीं, हम माफ नहीं करेंगे।’’
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘हम पुलवामा हमले में शहीद हुए अपने जवानों को सलाम करते हैं और शहीद भाइयों के परिवारों के साथ खड़े हैं। इस क्रूर हमले का बदला लिया जाएगा।’’ बल ने कहा कि आतंकी हमले में शहीद हुए जवानों की याद में सीआरपीएफ की सभी इकाइयों ने दो मिनट का मौन रखा और शुक्रवार को बल का झंडा आधा झुका रहेगा। दिल्ली स्थित सीआरपीएफ मुख्यालय ने पूर्ण कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी (सीओआई) का आदेश जारी किया है।
अधिकारियों के अनुसार जैश के आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस को टक्कर मार दी, जिसमें कम से कम 41 जवान शहीद हो गये। यह 2016 में हुए उरी हमले के बाद सबसे भीषण आतंकवादी हमला है। केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक कर्मी 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे। इनमें से अधिकतर अपनी छुट्टियां बिताने के बाद अपनी ड्यूटी पर लौट रहे थे। जम्मू कश्मीर राजमार्ग पर अवंतिपोरा इलाके में लाटूमोड पर इस काफिले पर अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे घात लगाकर हमला किया गया।