पिछले कई दिनों से भारी बारिश का कहर झेल रहे मुंबईवासियों का सामना आज समुद्र से तट की ओर आईं दिल दहलाने वाली लहरों से हुआ। मुंबई के मरीन ड्राइव पर सुबह 11 बजे के लगभग करीब 2 मंजिल ऊंची लहरें उठती देखी गईं। बता दें कि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को मुंबई और आसपास के तटीय इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी करते हुए भारी बारिश का अनुमान व्यक्त किया है। साथ ही विभाग ने समुद्र में 4.5 मीटर की ऊंचाई तक हाईटाइड आने की भी चेतावनी भी जारी की थी। रेड अलर्ट के बाद बीएमसी ने लोगों से तटों से दूर रहने और अपने-अपने घरों में ही सुरक्षित रहने की अपील की है।
मौसम विभाग की चेतावनी के अनुरूप ही सुबह करीब सवा 11 बजे मुंबई के समुद्री तटों पर ऊंची लहरें उठती दिखाई दीं। हाईटाइड के वक्त तेज बरसात भी हो रही थी। जिससे मुंबई में कई स्थानों पर समुद्र का पानी नालों के रास्ते अंदर आ गया और निचले इलाकों में वाटर लॉगिंग देखी गई है। बीएमसी ने अपने सभी 24 वार्ड कार्यालयों को, फायर ब्रिगेड को, डिसास्टर मैनेजमेंट टीम को हाई अलर्ट मोड पर रख दिया है और मछवारों को समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है। मुंबई के अंदर से जलनिकासी करने वाली पर्जन्य जल विभाग की 6 उदचंन केंद्र को अलर्ट मोड पर रखा गया है और और 299 जगहों पर पानी निकालने वाले पम्प लगवाए गए हैं ताकि शहर में पानी भरने पर तुरंत मोटर पम्प सेट शुरू कर जलनिकासी की जा सके।
मुंबई फायर ब्रिगेड के फ्लड रिलीफ पथक को अलर्ट कर दिया गया है और 6 केंद्रों पर ऐसे रेस्क्यू टीमो का गठन किया गया है। एनडीआरएफ की 3 टीमों और एसडीआरएफ की 2 टीमों को मुंबई शहर में अलर्ट मोड पर रखा गया है। इंडियन कोस्टगार्ड और इंडियन नेवी के अधिकारियों से संपर्क कर अत्यावश्यक समय पर रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए अलर्ट रहने को बीएमसी ने कहा है।
अत्यावश्यक समय में मुंबई के सभी नागरिकों को अलर्ट मोबाइल मैसेज भेजने के लिए मुंबई के सभी मोबाइल ऑपरेटर कंपनियों को हिदायत दे दी गई है। मुख्य डिसास्टर कंट्रोल रूम और 24 वार्ड के कंट्रोल रूम में पर्याप्त संसाधनों और कर्मचारियों की उपलब्धता रहे ऐसी हिदायत बीएमसी कमिश्नर इक़बाल चहल ने जारी कर दी है ताकि जलभराव या दूसरी डिसास्टर हालात होने पर मानवबल की कमी न होने पाए।