अब एफिल टावर, गीजा के पिरामिड, स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी या फिर ताजमहल देखने के लिए दुनिया की सैर की जरूरत नहीं है। दुनिया के ये सभी आश्चर्य अब राजधानी दिल्ली में देखने को मिलेंगे। औद्योगिक एवं अन्य तरह के 150 टन कचरों का इस्तेमाल करके दिल्ली के एक थीम पार्क में 60 फुट के एफिल टॉवर और 20 फुट के ताजमहल सहित दुनिया के सात आश्चर्यों की प्रतिकृति बनाई गई है।
गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को ‘वेस्ट टू वंडर पार्क’ का उद्घाटन किया। यह पार्क सराय काले खां क्षेत्र में सात एकड़ में फैला है। गृहमंत्री ने कहा कि यह पार्क दूसरों के लिए उदाहरण है और पहली बार कचरे का इस्तेमाल धन कमाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों के व्यवहार में परिवर्तन के लिए प्रयास किए जाने चाहिए और कचरे के निस्तारण के लिए पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए।
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) ने बताया कि पार्क में ताजमहल (20 फुट), गीजा के महान पिरामिड (18 फुट), एफिल टॉवर (60 फुट), पीसा की झुकी हुई मीनार (25 फुट), रियो डी जेनेरियो का क्राइस्ट द रिडिमर (25 फुट), रोम का क्लोजियम (15 फुट), न्यूयॉर्क की स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी (30 फुट) शामिल हैं। इस पार्क का निर्माण दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने कचरे का प्रसंस्करण करके शहर की सुंदरता बढ़ाने की पहल के रूप में किया है।
अधिकारी ने बताया, ‘‘ सातों प्रतिकृतियों का निर्माण ऑटोमोबाइल कचरे और पंखों, छड़ी, लोहे की चादरें, नट-बोल्ट, साइकिल और मोटरसाइकिल सहित कई अन्य तरह के धातुओं के कचरे से किया गया है। इस पार्क में आने वाले व्यस्क लोगों को 50 रुपये और 3-12 साल के बच्चों को 25 रुपये मूल्य की टिकट खरीदनी होंगी। वहीं तीन साल से कम उम्र के बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों, नगर निगम के स्कूल के छात्रों के लिए प्रवेश नि:शुल्क है।