नई दिल्ली। भारतीय सेना पाकिस्तान के साथ 1965 और 1971 की लड़ाई लड़ चुके भूतपूर्व सैनिकों को स्वतंत्रता सेनानियों जैसा वेतन देने पर विचार कर रही है और सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने मंगलवार को बताया कि सेना की तरफ से सरकार को इस तरह का प्रस्ताव भेजा गया है। मंगलवार को सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे वेटरनंस डे के मौके पर संबोधित कर रहे थे और अपने संबोधन में उन्होंने सेना के इस प्रस्ताव के बारे में जानकारी दी।
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने वेटरनंस डे के मौके पर सभी भूतपूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने देश के सभी भूतपूर्व सैनिकों को कहा कि आप सभी देश के लिए प्रेरणाश्रोत हैं और आप पर पूरा देश गर्व करता है। सेना प्रमुख ने बताया कि रिटायरमेंट के बाद भी हमारे भूतपूर्व सैनिक देश के निर्माण में लगे रहते हैं, उन्होंने कहा कि सेना के भूतपूर्व सैनिकों की खुशहाली हमेशा से सेना की प्राथमिकता रही है। जनरल नरवणे ने बताया कि पिछले साल सेना ने 246 अधिकारियों और 11500 जेसीओ को रिटायरमेंट के बाद नई नौकरी प्राप्त करने में मदद की है।
चौथे वेटरन डे के मौके पर सेना प्रमुख ने यह भी बताया कि भारतीय सेना में महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ रही है, उन्होने कहा कि सेना पुलिस में 1700 महिलाओं की भर्ती की जाएगी और इनमें से 101 महिलाओं की ट्रेनिंग 6 जनवरी से शुरू भी हो चुकी है।