नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने मंगलवार को करोड़ों रुपये के व्यापम परीक्षा घोटाले के 2011 के प्री मेडिकल टेस्ट (पीएमटी) मामले से जुड़े 95 लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया। सीबीआई के आरोपपत्र में साल 2011 में व्यापमं द्वारा संचालित संविदा शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग-3 में हुई अनियमितता से जुड़े 83 परीक्षार्थियों, चार व्यापमं अधिकारियों और आठ दलालों के नाम हैं।
व्यवसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) में 2013 में घोटाला सामने आया था, जब परीक्षार्थियों ने अधिकारियों को रिश्वत देकर खुद की कॉपियां दूसरों से लिखवाईं थीं। यह घोटाला 1995 में शुरू हुआ था, जिसमें नेता, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारी शामिल थे। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई ने इस मामले को 2015 में 9 जुलाई को अपने हाथ में लिया था।
यह आरोपपत्र 2011 के प्री-मेडिकल टेस्ट से संबंधित है, जो व्यापमं द्वारा आयोजित परीक्षाओं में अनियमितताओं के कई मामलों में से एक है। सीबीआई के आरोपपत्र के मुताबिक, व्यापमं के तत्कालीन प्रिंसिपल सिस्टम एनालिस्ट के कंप्यूटर के हार्ड डिस्क से पता चलता है कि अंतिम परिणाम में कई उम्मीदवारों के नंबर बढ़ा दिए गए थे, ताकि वे परीक्षा पास कर जाएं।