विशाखापट्टनम। एलजी पॉलीमर्स इंडिया लिमिटेड के संयंत्र से हुई खतरनाक गैस रिसाव ने पूरे देश को चिंता में डाल दिया है। लेकिन अब अच्छी खबर आ रही है। एनडीआरएफ के महानिदेशक एसएन प्रधान ने बताया कि गैस के रिसाव को लगभग रोक दिया गया है। गैस का जितना रिसाव होना था वह हो चुका है और जितना उसका असर होना था वह हो चुका है अब हमारा पूरा फोकस मुख्य रूप से उपचार पर है।
प्रधान ने बताया कि रात ढाई बजे गैस रिसाव की सूचना मिली थी, स्थानीय लोगों ने प्रासाशन से शिकायत की थी कि गैस रिसाव की वजह से बेचैनी हो रही है। प्रसाशन ने इसके बाद फायर विभाग के लोगों को वहां भेजा, 5 बजे के बाद एनडीआरएफ को सूचना मिली और आधे घंटे में टीम वहां पहुंची। लोगों को वहां से निकाला जाने लगा और निकालने का मुख्य काम लगभग पूरा हो चुका है और अब ईलाज पर मुख्य ध्यान है।
प्रधान ने बताया कि 2 गांवों से लगभग 200 परिवार रहते हैं और 900 से 1100 लोगों को प्राथमिक उपचार दिया गया है कुछ लोग गंभीर है उनपर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। अभी तक 6 लोगों की मौत की पुष्टि है। इस गैस का घातक प्रभाव 100 से 200 मीटर तक रहता है। यह जहरेली गैस जरूर है लेकिन इसका असर ज्यादा समय तक नहीं रहता।
दक्षिण कोरिया की कंपनी एलजी पॉलीमर्स पॉलीस्टीरीन और कई कामों में आने वाला प्लास्टिक बनाती है जिसका इस्तेमाल अलग अलग तरह के उत्पाद बनाने में होता है जैसे खिलौने। यह 1961 से संचालित है।