विशाखापट्टनम: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने विशाखापट्टनम की फैक्ट्री में गैस रिसाव के पीड़ितों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है। जगनमोहन रेड्डी ने कहा कि मरने वालों के परिजनों को 1-1 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। अबतक 348 लोगों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। उन्होनें कहा कि सरकार कोशिश करेगी कि मुआवजे की रकम कंपनी की तरफ से मृतकों के परिजनों को दिलाई जाए। अगर कुछ कम पड़ा तो उसे सरकार पूरा करेगी। रेड्डी ने कहा कि गैस लीक होने के बाद फैक्ट्री में साइरन नहीं बजा।
जगन मोहन रेड्डी ने बीमार हुए लोगों को 25-25 हजार रुपये मुआवजे के तौर पर दिए जाने का भी ऐलान किया है। उन्होनें बताया कि घटना सुबह 3.30 और 4 बजे के बीच हुई। 5 बजे तक पुलिस मौके पर पहुंच गई और राहत बचाव का काम शुरू कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वेंटीलेटर पर जिन लोगों को रखा गया है, उन्हें मुआवजे के तौर पर 10 लाख रुपये दिए जाएंगे। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जगन मोहन रेड्डी ने विशाखापट्टनम में प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बात कही है। विशाखपट्टनम पहुंचने के बाद वो बीमार लोगों से मिलने के लिए अस्पताल गए थे। अस्पताल से जगन कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और वहां हालात की पूरी जानकारी ली।
अबतक 10 लोगों की मौत, हजारों लोगों को सांस लेने में तकलीफ की शिकायत
आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आर.आर. वेंकटपुरम गांव में दक्षिण कोरिया की कंपनी एलजी के पॉलिमर प्लांट में रासायनिक गैस लीक हुई है। जहरीली गैस के प्रभाव में आकर 10 लोगों की मौत हो गई है, इसमें एक बच्चा भी शामिल है। विशाखापट्टनम गैस रिसाव मामले में मरने वालों की पुष्टि हो चुकी है।हादसे में एक शख्स की मौत बच कर भागते वक्त कुंए में गिरकर हुई है। गांव और आसपास के इलाकों के हजारों लोगों ने आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की शिकायत की है। जिसके बाद लोगों को अस्पताल ले जाया जा रहा है। इसके साथ ही गांवों का खाली कराया जा रहा है। पुलिस, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस मौके पर पहुंची।