नई दिल्ली: हफ्ते भर पहले जैन मुनि नयन सागर महाराज का एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें वो एक गेस्टहाउस में एक लड़की के कमरे में जाते दिखे थे। इस वीडियो ने जैन मुनि नयन महाराज को कठघरे में खड़ा कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद पूरे जैन समाज में तहलका मच गया था। हर किसी के मन में सवाल था कि साधना और संयम का पाठ पढ़ाने वाले जैन मुनि रात के अंधेरे में क्यों दबे पांव एक लड़की के कमरे में जाते और फिर आते दिखे।
वीडियो वायरल होने पर मुनि महाराज ने सच सामने लाने का दावा किया था। जैन मुनि तो सामने नहीं आए लेकिन वीडियो वायरल होने के एक हफ्ते बाद वो लड़की जरूर सामने आई है जो सीसीटीवी में मुनि के साथ दिखी थी। लड़की के मुताबिक जैन मुनि निर्दोष हैं। लड़की का दावा है कि एक साज़िश के तहत इस वीडियो को बनाया और वायरल किया गया था। ये वही लड़की है जो मुजफ्फरनगर के जैन गेस्टहाउस में सीसीटीवी कैमरे में दिखी थी। ये गेस्टहाउस के डिलक्स रूम में ठहरी थी जबकि इसके इस रूम से 100 मीटर की दूरी पर बने संत कमरे में रूके थे मुनि नयन महाराज।
वहीं रात साढ़े दस बजे चोरी छिपे मुनि नयन महाराज लड़की के कमरे में आते हुए दिखे। मुनि महाराज के कमरे में आने से पहले लड़की ने कमरे का दरवाजा खोला था। दरवाजा खोलकर लड़की लॉबी में तांक झांक करती दिखाई दी थी और इसके तीन मिनट बाद ही मुनि महाराज आते दिखे और वो लड़की के पीछे पीछे कमरे में दाखिल हो गए। इसी वीडियो को देखकर जैन समाज के लोग मुनि नयन महाराज से सवाल कर रहे थे।
मुनि नयन महाराज के वायरल वीडियो का सच बताती ये लड़की 28 जुलाई को बेहद रहस्यमयी ढंग से हरिद्वार के एक कॉलेज से लापता हो गई थी। 28 जुलाई को ही मुनि और लड़की का वीडियो वायरल हुआ था। लड़की के घरवालों ने मुनि नयन महाराज पर उसे किडनैप करने का आरोप लगाया था लेकिन इस लड़की ने मुनि पर किडनैपिंग के आरोप को गलत बताते हुए कहा कि वो खुद उनसे मिलने गई थी। साथ ही लड़की ने मुनि के वायरल वीडियो को भी साजिश बताया है। लड़की ने बताया कि जैन गेस्टहाउस में बना ये वीडियो साजिश के तहत दबाव में बनाया गया था।
लड़की ने वायरल वीडियो को तो सही बताया लेकिन साथ ही ये कहा कि वीडियो उसने दबाव में आकर बनाया था। अब सवाल है कि कौन हैं वे लोग जिनके दबाव में आकर इस लड़की ने आधी रात को जैन मुनि को अपने कमरे में बुलाया। लड़की ने उन लोगों ने नाम भी बताए हैं जिसके दबाव में ये वीडियो बना और कैसे ये वीडियो मलेशिया से वायरल हुआ इसका सच भी लड़की ने बताया है।
लड़की के मुताबिक खतौली के बिजनेसमैन अनुपम जैन और मुजफ्फरनगर के अतिशय वहलना के कोषाध्यक्ष रजनीश जैन ने उसे दबाव में लेकर वीडियो बनाया और फिर मलेशिया से वीडियो को वायरल कर दिया। वहीं अनुपम जैन और रजनीश जैन ने अपने ऊपर लगे आरोपों से इनकार किया है। उनके मुताबिक 27 जुलाई को उनके मोबाइल पर मलेशिया के नंबर से वीडियो आया था जिसे उन्होंने वायरल नहीं किया।
लड़की के दिये बयान पर उसके पिता ने भी उंगली उठाई है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी से दबाव डालकर उसको ये बयान देने को कहा गया है। उन्होंने इसके पीछे बडे सिंडिकेट का हाथ बताया है। पिता ने कहा कि बयान में दिए गए शब्द उसके नहीं है, वो पेपर में पढ़ कर बोल रही है। लड़की के पिता ने कहा कि वो सच्चाई का पता लगाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ेंगे।