नई दिल्ली: बलात्कारी बाबा राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत और डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन विपासना इशां से जुड़ी एक ऐसी खबर आई है जिसे सुन कर आप दंग रह जाएंगे। दावा किया जा रहा है कि विपासना बदले की आग में जल रही है और डेरे के सारे राज़ खोलने वाली है। उसने हनीप्रीत को तबाह करने का फैसला कर लिया है। विपासना डेरा सच्चा सौदा की चेयरपर्सन है। राम रहीम और हनीप्रीत के जेल जाने के बाद वो डेरे की कमान अपने हाथों में लेना चाहती थी लेकिन बाबा के परिवार वालों ने उससे डेरे की चाभी ले ली जिससे वो नराज हो गई और जब से राम रहीम ने हनीप्रीत की खातिर अपने बेटे को गद्दी पर बिठाने से मना किया है तब से वो इंतकाम की आग में जल रही है।
सोशल मीडिया के मुताबिक विपासना अब सरकारी गवाह बन कर सारे राज खोलने वाली है और पुलिस को सारे सबूत देने वाली है। डेरे के अंदर होने वाले कुर्कमों, राम रहीम और हनीप्रीत के बीच नजदीकियां और पंचकुला हिंसा की साजिश के मास्टर माइंड के बारे में विपासना वो सब बताने वाली है जो अब तक दुनिया से छिपी है। बताया ये जा रहा है विपासना चारो तरफ से घिर गई है। एक तरफ डेरे से उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है और दूसरी तरफ उसे गिरफ्तार होने का डर सता रहा है इसलिए वो टूट गई है।
बताया जा रहा है कि वो अब तक डेरे की वफादार रही लेकिन अब उस पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है इसलिए उसने सरकारी गवाह बनने का फैसला कर लिया है। इसका मतलब है कि वो पुलिस को सबकुछ सच सच बताने वाली है जिससे राम रहीम और हनीप्रीत की मुश्किलें बढ़ने वाली है। सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि वो राम रहीम और हनीप्रीत के नाजायज रिश्ते, डेरे के अंदर होने वाले सारे गैरकानूनी काम और पंचकुला हिंसा की साजिश रचने वाले और इसमें हिस्सा लेने वालों के नाम बताने वाली है। विपासना डेरे की चेयरपर्सन है इसलिए कानून की नजर में उसके बयान काफी अहम है।
विपासना का एक एक बयान हनीप्रीत की परेशानी बढ़ा सकता है। सोशल मीडिया में ये भी बताया जा रहा है कि वो पुलिस और कोर्ट के सामने हनीप्रीत के खिलाफ ये सबूत देने वाली है कि हनीप्रीत ही पंचकुला हिंसा की मास्टर माइंड है। हनीप्रीत ने ही हिंसा की योजना बनाई। डा. आदित्य इंसा के साथ पंचकूला जाकर अलग अलग जगहों की रेकी की और उसने ही दंगाईयों को पैसे बांटे। अगर कोर्ट में विपासना हनीप्रीत के खिलाफ ये बयान देती है और सबूत पेश कर देती है तो हनीप्रीत का जेल से बाहर आना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाएगा।
सोशल मीडिया के दावे हैरान करने वाले हैं। ये बात सही है कि पुलिस अब तक पंचकूला हिंसा से जुड़े अहम सबूत जमा नहीं कर पाई है। हनीप्रीत ने पूछताछ के दौरान पुलिस को गुमराह किया इसीलिए विपासना का बयान पुलिस के लिए संजीवनी साबित होगा। लेकिन सवाल तो ये है कि क्या वाकई विपासना हनीप्रीत के खिलाफ बयान देने का मन बना लिया है? पुलिस अब तक ये पता कर पाई है कि 17 अगस्त को डेरे के अंदर एक मीटिंग हुई थी जिसमें ये फैसला लिया गया था कि राम रहीम अगर कोर्ट से बरी हो जाता है तो डेरे के लोग एक जुलूस की शक्ल में जश्न मनाते वापस आ जाएगें और अगर बाबा को सजा मिलती है तो पंचकूला में कोहराम मचाया जाएगा लेकिन इसे साबित करने के लिए पुलिस के पास इसके सबूत नहीं है।
अब सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि विपासना सरकारी गवाह बनकर न सिर्फ सारी जानकारी देने वाली बल्कि पुलिस को सबूत भी सौंपने वाली है। जब राम रहीम जेल के बाहर था तब विपासना डेरे की चेयरपर्सन थी। डेरे में उसका अहम रोल था। डेरे के सारे चेक पर विपासना का ही साइन होता था। राम रहीम और हनीप्रीत की वजह से ही वो डेरे की चेयरपर्सन बनी रही लेकिन सवाल ये है कि अब ऐसा क्या हो गया जो विपासना हनीप्रीत के खिलाफ बयान देने का फैसला कर लिया है। राज़ जानने के लिए देखिए वीडियो.....