नई दिल्ली: भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या का जल्द लंदन से भारत प्रत्यर्पण होने की संभावना बढ़ गई है। जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कहा है कि विजय माल्या का भारत को प्रत्यर्पण फाइनल हो चुका है। प्रवर्तन निदेशालय ने बताया कि लंदन की वेस्ट मिनिस्टर कोर्ट ने विजय माल्या के भारत प्रत्यर्पण की अनुमति दे दी है और क्योंकि कोर्ट ने विजय माल्या को ब्रिटेन की सुप्रीम कोर्ट में अपने प्रत्यप्रण के खिलाफ याचिका दायर करने पर रोक लगा दी है ऐसे में उसका भारत प्रत्यर्पण फाइनल है।
प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से यह जानकारी भी दी गई है कि दूसरे भगौड़े कारोबारी नीरव मोदी के लंदन से भारत प्रत्यर्पण को भी वेस्ट मिनिस्टर कोर्ट ने अनुमति दे दी है। भारत ने लंदन से नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए आवेदन किया था और वह लंदन की जेल में लगभग 25 महीने से बंद है। नीरव मोदी और विजय माल्या को मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत भारत में आर्थिक अपराध के लिए भगौड़ा घोषित किया गया है।
देश के बैंकों को चूना लगाकर विदेश भाग चुके भगौड़े कारोबारी विजय माल्या (Vijay Mallya), नीरव मोदी (Nirav Modi) और मेहुल चौकसी (Mehul Choksi) के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रवर्तन निदेशालय ने इन तीनों की 18170.02 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त कर ली है जो बैंकों को हुए नुकसान का 80.45 प्रतिशत है। प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से यह जानकारी दी गई है। प्रवर्तन निदेशालय ने यह भी बताया कि कुल जब्त संपत्ति में से 9371.17 करोड़ रुपए केंद्र सरकार तथा सरकारी बैंकों को ट्रांस्फर भी कर दिए गए हैं।
प्रवर्तन निदेशालाय की तरफ से बताया गया कि तीनों भगौड़े कारोबारियों की वजह से बैंकों को 22585.83 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है जिसमें से 18170.02 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की जा चुकी है। प्रवर्तन निदेशालय के अनुसार कुल जब्त संपत्ति में 969 करोड़ रुपए विदेशों में जब्त किया गया है। ED को जांच में पता चला है कि जब्त संपत्ति फर्जी कंपनियों, कई ट्रस्ट बेनामी रिश्तेदारों के नाम रजिस्टर थी।