पटना। भारत-नेपाल सीमा पर इन खुफिया सूचनाओं के बाद सतर्कता कड़ी कर दी गई है कि कोरोना वायरस से संक्रमित लगभग 50 लोग लॉकडाउन के बीच देश में घुसपैठ की योजना बना रहे हैं। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा, 'सीमाओं पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों और सशस्त्र सीमा बल को अलर्ट कर दिया गया है। प्रतिबंध लागू होने के बाद से भारत-नेपाल सीमा से किसी घुसपैठ की कोई खबर नहीं है। हम सुनिश्चित करेंगे कि कोई भी घुसपैठ न कर पाए।'
बता दें कि, शुक्रवार को भारत के पड़ोसी देश नेपाल के रास्ते भारत में कोरोना वायरस फैलाने का षड़यंत्र रचने की खबरें सामने आई थीं। दरअसल, ये खबर भारत-नेपाल सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के द्वारा बेतिया (पश्चिमी चंपारण) जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को लिखे पत्र से सामने आया था। सशस्त्र सीमा बल के लिखे पत्र के अनुसार नेपाल के पारसा जिले के सेरवा थाने के जगनाथपुर गांव का रहने वाला जालिम मुखिया भारत में कोरोना फैलाने की योजना बना रहा है। पत्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि मुस्लिम समुदाय के 40 से 50 कोरोना संक्रमित रोगी भारत में घुसपैठ करने की योजना बना रहे हैं।
जालिम मुखिया को लेकर सशस्त्र सीमा बल द्वारा लिए गए पत्र में यह सूचना दी गई है कि मुस्लिम समुदाय के 200 लोग जो बाहर के अरब व अन्य इस्लामी देशों में कार्य करते हैं वे काठमांडू के रास्ते नेपाल आ चुके हैं। इसमें 5-6 पाकिस्तानी भी सम्मिलित हैं। सभी लोग एक मस्जिद में ठहरे हुए हैं और अपने शरीर का तापमान संचालित करने के लिए दवा खा रहे हैं। सभी में कोरोना संक्रमण होने के बात कही जा रही है। जवानों ने पुलिस अधीक्षक से इस बात का अनुरोध किया है कि भारत-नेपाल सीमा पर विशेष सतर्कता बरती जाए। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर कड़ाई से निगरानी हो। सभी एजेंसियों को सतर्क पर रखने की बात कही गई है।
सशस्त्र सीमा बल जवानों द्वारा यह पत्र 3 अप्रैल को लिखा गया है। पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे का कहना है- “यह पत्र मिलने के बाद नेपाल सीमा के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक को सतर्क कर दिया गया है। सीमा पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।” उन्होंने कहा कि सशस्त्र सीमा बल के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) से बात की है। सीमा पर सशस्त्र सीमा बल और बिहार पुलिस के जवान तैनात हैं। अभी तक नेपाल की सीमा से किसी भी घुसपैठिये की भारत में आने की सूचना नहीं है। दोनों देश की सीमाएं बंद हैं।
तबलीगी जमात के दिल्ली में आयोजित निजामुद्दीन मरकज कार्यक्रम से आये 14 व्यक्ति जो संगरोध केंद्र से नेपाल भाग गए थे, वे लौटने का प्रयास कर सकते हैं। लेकिन, उन्हें आने की स्वीकृति नहीं दी जाएगी। सशस्त्र सीमा बल भारत का एक अर्धसैनिक बल है जिसपर 1,751 किलोमीटर लंबी भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा का उत्तरदायित्व है। इस सीमा से हथियारों, गोला-बारूद की तस्करी और राष्ट्र विरोधी तत्वों की अवैध रूप से भारत में आवागमन का संकट बना रहता है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण शुक्रवार (10 अप्रैल रात 9 बजे तक) मरने वालों का आंकड़ा शुक्रवार को बढ़कर 206 पहुंच गया जबकि संक्रमित लोगों की संख्या 6,761 पहुंच गई। देश में बीते 24 घंटों के दौरान संक्रमण के रिकॉर्ड 896 मामले सामने आए हैं जबकि 37 लोगों की इस दौरान जान गई है।
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