चंडीगढ़: पंजाब कैबिनेट की बैठक शुरू होने से ठीक पहले नशीली दवाओं के इस्तेमाल के फायदे गिनाने वाली दो मंत्रियों की कथित बातचीत का वीडियो क्लिप जारी करना राज्य के दो जनसंपर्क अधिकारियों के लिए मुसीबत का सबब बन गया है। इस महीने की दो तारीख को कैबिनेट की हुई बैठक से ठीक पहले शूट किये गए इस वीडियो क्लिप को आवाज हटाने के लिए भेजा गया था लेकिन इसे आवाज के साथ ही अपलोड कर दिया गया, जिससे पंजाब सरकार को शर्मसार होना पड़ा है।
राज्य में मादक पदार्थ का सेवन और इसकी तस्करी बहुत बड़ी समस्या है और पिछले विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने सत्ता में आने के कुछ हफ्तों के भीतर ही मादक पदार्थों की तस्करी को समाप्त करने का वादा किया था। वीडियो क्लिप में हंसी मजाक के दौरान दो मंत्री मादक पदार्थ को ‘‘दवाई’’ बताते हुए इसके लाभ के बारे में बातचीत करते सुने जा सकते हैं।
पंजाब सरकार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों से अपने आचरण को स्पष्ट करने को कहा गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि विभाग के दो अधिकारियों के खिलाफ बिना आवाज बंद किए वीडियो साझा करने का आरोप लगाया गया है।