नागपुर: विश्व हिंदू परिषद ( विहिप) के नव नियुक्त प्रमुख विष्णु कोकजे ने राजस्थान की एक अदालत द्वारा बलात्कार के एक मामले में आसाराम को दोषी ठहराए जाने का आज स्वागत किया। उन्होंने कहा कि यह उन स्वयंभू पाखंडी बाबाओं के लिए एक सबक है जो अपने ‘ अनैतिक ’ कृत्यों से हिंदू धर्म को बदनाम करते हैं। पांच साल पहले जोधपुर के निकट मनाई क्षेत्र के एक आश्रम में एक किशोरी के साथ बलात्कार के मामले में जोधपुर की एक अदालत ने आज आसाराम को दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाई। कोकजे ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के मुख्यालय में आज संघ के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ कुछ पाखंडी हिंदू धर्म की आड़ में इस तरह के खराब कृत्य करते हैं। इन लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। कई ऐसे लोग हैं जो हिंदू धर्म को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं और अदालत का फैसला ऐसे पाखंडियों के लिए सबक है।’’ एक प्रश्न के जवाब में कोकजे ने कहा कि लोगों को तथाकथित साधुओं के पीछे अंधे होकर नहीं भागना चाहिए।
अयोध्या में विवादित भूमि पर राम मंदिर के निर्माण के लिए संसद में कानून पारित होने के संबंध में विहिप के रुख के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा, ‘‘ हम लोग आशान्वित हैं कि राम मंदिर मामले में बिना आगे की देरी के तेजी से फैसला सुनाया जाएगा। संसद में कानून लाए जाने की बात उच्चतम न्यायालय के फैसले पर निर्भर करेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें अदालत के फैसले का इंतजार करना है। हम यह क्यों सोचें कि हम हार जाएंगे। हम यह मामला जीत सकते हैं।’’ संघ के नेताओं से मिलने के उद्देश्य के बारे में पूछे गए सवाल पर उनका कहना था कि वह मार्गदर्शन के लिए गए थे, जो कि परंपरा है।