नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो सके और भगवान राम का भव्य मंदिर बन सके इसकी कवायद तेज हो गई है। विश्व हिंदू परिषद आज से राम राज्य रथयात्रा की शुरुआत कर रही है। 6 राज्यों से गुजरने वाली इस रथयात्रा का मकसद अयोध्या में राम मंदिर, राम राज्य की स्थापना और हिंदुओं को एक मंच पर संगठित करना है। विश्व हिंदू परिषद के साथ महाराष्ट्र की संस्था श्री रामदास मिशन यूनिवर्सल सोसायटी इस रथयात्रा को निकाल रही है। आज से शुरू हो रही राम राज्य रथ यात्रा दो महीने तक चलेगी जिसे वीएचपी के महामंत्री चम्पतराय शुरुआत करेंगे। यात्रा यूपी, महाराष्ट्र, एमपी, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु से गुजरेगी और तमिलनाडु के रामेश्वर में खत्म होगी।
राम राज्य रथयात्रा अयोध्या के करसेवकपुरम से शुरू होगी। ये वो जगह है जहां 1990 के दशक में वीएचपी ने एक वर्कशॉप की स्थापना की थी। यहां आज भी मजदूर राम मंदिर के निर्माण के लिए खंभे तैयार कर रहे हैं। 28 साल पहले 1990 में अयोध्या में राम मंदिर के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने रथ यात्रा निकाली थी। आज राम मंदिर के लिए वैसी ही रथयात्रा फिर से शुरू हो रही है। यूपी के सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने भी भरोसा दिया था कि जल्द ही राम मंदिर का निर्माण होगा।
राम मंदिर निर्माण के लिए जहां वीएचपी की राम राज्य रथ यात्रा आज से शुरू हो रही है वहीं मंदिर बनाने का फार्मूला निकालने वाले सलमान नदवी को पर्सनल लॉ बोर्ड ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इतना ही नहीं पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य और AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने यहां तक कहा कि वो मंदिर नहीं बनने देंगे। औवेसी बेशक राम मंदिर नहीं बनने की बात कर रहे हो लेकिन वीएचपी की राम राज्य रथ यात्रा को सफल बनाने की पूरी तैयारी हो चुकी है।
नागपुर में राष्ट्रीय मुस्लिम मंच ने पांच सौ महिलाओं को राम मंदिर कैपेन चलाने के लिए तैयार किया है। 20 फरवरी को देशभर की मुस्लिम महिलाएं फैजाबाद आएंगी और अयोध्या राम मंदिर तक मार्च निकालेंगी और राम मंदिर बनाने के लिए लोगों को जागरूक करेंगी।