नई दिल्ली: इंडिया टीवी के मेगा कॉन्क्लेव ''वंदे मातरम्'' में रजत शर्मा के सवालों का जवाब देते हुए देश के रक्षामंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सैनिकों के सिर काटने का परिणाम पाकिस्तान अच्छी तरह से जानता है, उन्होंने कहा कि देश को हेलपलेस स्टेट बनाने की कोशिश नाकाम हो रही है। इसके साथ ही उन्होंने चीन के साथ गतिरोध पर कुछ भी साफ तौर से बोलने से इनकार करते हुए कहा कि सेना हर मुकाबले के लिए पूरी तरह से तैयार है।
रक्षा तैयारियों के सवाल पर रक्षामंत्री जेटली ने कहा कि घरेलू रक्षा उत्पादन को आधुनिक बनाया जा रहा है, सरकार डिफेंस मेन्युफेक्चरिंग के लिए निजी सहयोग को बढ़ावा दे रही है। रक्षा उत्पादन में हमें वैश्विक शक्ति बनना होगा जिसके लिए प्रयास हो रहे हैं, हमारी सेना देश को पूरी तरह सुरक्षित रखने में सक्षम हैं। तकनीकी तौर पर सुरक्षाबल और सेना काफी मजबूत हो चुकी है-अरुण जेटली
टेरर फंडिंग की निगरानी हुई होती तो आज हालात कुछ और होते, पिछली सरकारों ने टेरर फंडिंग पर ध्यान नहीं दिया, कश्मीर में इस्लाम में सूफ़िज़्म का प्रभाव था लेकिन टेरर फंडिंग से वहाबी इस्लाम आ गया। वहीं अलगाववादियों पर टिप्पणी करते हुए उन्होने कहा कि घाटी में अलगाववादियों के खिलाफ़ भी आवाज़ें उठने लगी हैं, नोटबंदी के बाद से आतंकवादी समूह बौखला गए हैं, बिना पैसे के आतंकवाद और उग्रवाद में इजाफ़ा संभव नहीं है। रक्षा मंत्री ने कहा कि हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में आम लोगों को तकलीफ़ न हो। बुरहान वानी के खात्मे के बाद पत्थरबाजी की हरकतें बढ़ी हैं, आतंकवादी लगातार रणनीति बदल रहे हैं, सुरक्षाबल इसका मजबूती से जवाब दे रहे हैं
चीन के साथ डोकलाम में चल रहे गतिरोध पर पूछे गए सवाल के संदर्भ में अरुण जेटली ने कहा, 'चीन के साथ संवेदनशील स्थिति बनी हुई है। मैं केवल इतना ही कहना चाहूंगा कि हमारी सेना हर हालात का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।' वहीं जब अरुण जेटली से यह सवाल पूछा गया कि आतंकवाद के मुद्दे पर जनता से आपकी क्या अपेक्षा है, अरुण जेटली ने कहा, 'मेरी जनता से अपेक्षा इससे काफी हदतक जनता साथ चल रही है। सुरक्षा बल अपना काम कर रहे हैं। देश को हेल्पलेस स्टेट बनाने की कोशिशों को नाकाम करने में हम सफल रहे हैं। वहीं मीडिया की भूमिका पर अरुण जेटली ने कहा कि मीडिया पर हर तरह का विचार आता है। उसी के आधार पर जनता अपना विचार रखती है।