नई दिल्ली: कौटिल्य नाम से जाने जाने वाले आचार्य चाणक्य ने धर्मनीति, कूटनीति और राजनीति में समय-समय पर अपने मूल्यवान विचार सामने रखे हैं। उन्हें अर्थशास्त्र का प्रकांड ज्ञाता माना जाता था, लेकिन इसके बावजूद वो आम मानवीय स्वभाव, भूत एवं भविष्य और व्यक्ति की सुख समृद्धि के लिए जरूरी चीजों के साथ साथ इसका संकेत देने वाले लक्षणों को भी बेहत ढंग से समझते थे। उनका मानना था कि आपकी खुशहाली और कष्टों का संकेत आपके द्वारा भोगे जाने वाले समय और परिस्थितियों को देखकर लगाया जा सकता है। चाहे दुख हो, सुख हो, ग्रह नक्षत्र ठीक न हो, भगवान आपसे नाराज हैं या खुश ये सभी बातें भी आपके आसपास के माहौल को देखकर पता लगाई जा सकती हैं। इसका पता लगाने के लिए चाणक्य ने कुछ खास संकेतों का जिक्र किया था। जानिए कौन सा संकेत आपकी खुशहाली बताता है।
घर में आनंददायी वातावरण-
अगर आपके घर में बेहतर यानी कि आनंददायी वातावरण है तो आप अपने आप को खुशहाल मान सकते हैं। आमतौर पर लोग अपने घरों में अक्सर अपनों के साथ तनातनी और परेशानियों के कारण जूझते रहते हैं। इसके कारण घर में हमेशा तनावपूर्ण माहौल बना रहता है। ऐसे में अगर आपके घर में भी सब कुछ सामान्य है। घर के हर सदस्य के साथ आपके संबंध मधुर हैं और हमेशा आपके निवास पर आनंददायी माहौल बना रहता है तो आप यह मान सकते हैं कि आप पर भगवान की विशेष कृपा है।
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