जम्मू। वैष्णो देवी मंदिर परिसर इन दिनों दिल्ली के गाजीपुर फूलों की मंडी से आये फूलों से महक रहा है। इस नवरात्रि गाजीपुर फूल मंडी से आये गुलाब, डहेलिया, ऑर्किड और गेंदे के फूलों से मंदिर परिसर को सजाया गया है। त्रिकुट पर्वत में स्थित मंदिर की दिशा में जैसे-जैसे आगे बढ़ते जाते हैं वैसे-वैसे रंग-बिरंगी फूलों की महक मन को मोहती जाती है।
मंदिर परिसर को त्योहारी रंग देने के लिये इसे फूलों से सजाया गया है। डहेलिया, गुलाब, ऑर्किड, लिली, मोगरा ये सभी फूल एक साथ भवन को रंगीन रूप प्रदान कर रहे हैं। नवरात्रि के दौरान 50,000 से अधिक श्रद्धालु वैष्णो देवी के दर्शन के लिये आते हैं।
फूल मंडी के अध्यक्ष विजय सिंह के अनुसार, ‘‘न सिर्फ वैष्णो देवी बल्कि कांगड़ा देवी तथा ज्वाला देवी मंदिरों को भी हमारी मंडी के फूलों से सजाया गया है। पिछले कई साल से मंडी से फूल खरीदने की परंपरा चली आ रही है।’’ मंडी के प्रतिनिधियों ने कहा कि भवन और मुख्य भवन के प्रवेश द्वार को सजाने के लिये करीब तीन करोड़ रुपये के फूलों को दो बार में भेजा गया है।
मंडी द्वारा दिये गये आंकड़े के अनुसार गुलाब के 18,000 बंडल, जरबेरा के 22,000 बंडल, ऑर्किड के 7,000 बंडल, ऐंथूरियम के 6,000 बंडल, लिली के 10,000 बंडल और गेंदे के फूलों के साथ अन्य फूल दो बैच में भेजे गये हैं। भवन को सजाने के लिये 350 से 400 व्यक्तियों को भेजा गया है। प्रतिनिधियों ने बताया कि 25 साल से यह परंपरा चली आ रही है।