नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धनशोधन के एक मामले में बुधवार को करीब तीन घंटे पूछताछ की। अधिकारियों ने बताया कि वाड्रा सुबह साढ़े 10 बजे अपने वकीलों के साथ मध्य दिल्ली के जामनगर हाऊस स्थित एजेंसी के कार्यालय पहुंचे। वे करीब तीन घंटे की पूछताछ के बाद वहां से निकले।
अधिकारियों ने बताया कि वाड्रा ने मामले के जांच अधिकारी (आईओ) से कहा कि वह स्वस्थ नहीं हैं और इसलिए उनके बयान को दर्ज किया जाना रोक दिया गया। उन्होंने बताया कि वाड्रा के शुक्रवार को जांच में फिर से शामिल होने की उम्मीद है। अधिकारियों ने बताया कि विदेश में संपत्ति की खरीद में धनशोधन के आरोपों से जुड़ी एक आपराधिक शिकायत के सिलसिले में ED के समक्ष बुधवार को वाड्रा की उपस्थिति का कार्यक्रम था।
वाड्रा के समर्थकों के एक समूह ने ED कार्यालय के बाहर उनके समर्थन में नारे लगाए, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें तितर बितर कर दिया। गौरतलब है कि खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए वाड्रा मंगलवार को समन पर पेश नहीं हुए थे। इस महीने की शुरूआत में तीन दिनों के दौरान वाड्रा से ED अधिकारियों ने 23 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी।
दरअसल, दिल्ली की एक अदालत ने उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसी की जांच में सहयोग करने के लिए कहा था। वाड्रा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय का मामला लंदन में संपत्ति खरीद में धनशोधन के आरोपों से जुड़ा हुआ है। ये संपत्ति ब्रायनस्टन स्क्वायर में है और इसकी कीमत 19 लाख (ब्रिटिश पाउंड) है। इसे उन्होंने बेनामी के जरिए कथित तौर पर हासिल किया था।
एजेंसी ने अदालत को बताया था कि उसे लंदन में वाड्रा से संबद्ध विभिन्न नई संपत्तियों की जानकारी मिली है। इनमें दो मकान शामिल हैं, एक की कीमत 50 लाख पाउंड और दूसरे की कीमत 40 लाख पाउंड है। इसके अलावा छह फ्लैट और अन्य संपत्तियां हैं। बीकानेर (राजस्थान) में एक कथित भूमि घोटाले से जुड़े धनशोधन के एक अन्य मामले में भी वाड्रा ने जयपुर में ED के समक्ष अपने बयान दर्ज कराए हैं।