देहरादून: पिछले चार—पांच दिनों से उत्तराखंड के उंचाई वाले इलाकों में हो रही बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश के बाद आज मौसम खुल गया लेकिन ठंड से कोई राहत नहीं मिली । राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने यहां बताया कि उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में पिछले चार—पांच दिनों से लगातार हिमपात होने से गढ़वाल और कुमाऊं दोनों क्षेत्रों में लगभग दो दर्जन सड़कें बर्फ से ढक गयी हैं जिससे यातायात रुक गया है । कई सड़कों पर पेड़ गिरने से भी यातायात बाधित हुआ है और बर्फ की मोटी परत को हटाने के लिए जेसीबी तथा पोकलैंड मशीनों को भेजा गया है ।
नैनीताल जिले में विभिन्न क्षेत्रों में सड़कों की सफाई का काम युद्धस्तर पर चल रहा है जिनमें मुक्तेश्वर मार्ग पर धानाचुली से मोतियापाथर, नैनीताल माल रोड, फौंसी गधेरा से जिलाधिकारी कार्यालय, राजभवन से मस्जिद रोड, उच्च न्यायालय परिसर और बिरला चुंगी रोड आदि शामिल हैं । हालांकि, आज तेज धूप खिली लेकिन ठंड से कोई राहत नहीं मिली । देहरादून में न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया ।
मुक्तेश्वर और टिहरी दोनों जगहों पर न्यूनतम तापमान शून्य से दो डिग्री नीचे रहा । हालांकि, मसूरी, धनोल्टी, नैनीताल तथा अन्य जगहों पर हुए हिमपात का सैलानियों ने खूब लुत्फ उठाया लेकिन जगह—जगह हिमपात के कारण सड़कों पर यातायात अवरुद्ध होने से उन्हें खासी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा । मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जबरदस्त हिमपात पर खुशी जाहिर की और कहा कि जौनसार बावर जैसे क्षेत्रों में दो से चार दशकों के बाद बर्फबारी हुई है । उदाहरण के लिए हनोल में 20 वर्ष बाद और सहिया में 40 साल के बाद बर्फबारी हुई है । कई सड़कों के अभी यातायात के लिए बंद होने पर मुख्यमंत्री ने कहा है कि पर्यटकों को हो रही दिक्कत अस्थायी है और जल्द से जल्द सड़कों को साफ करने का काम चल रहा है ।