पिथौरागढ़: उत्तराखंड के पिथैरागढ़ जिले के एक गांव में एक युवक ने एक मादा तेंदुआ के साथ संघर्ष में उसे मार डाला। एक वन अधिकारी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मादा तेंदुआ युवक की बकरी ले जाने की कोशिश कर रही थी। पिथौरागढ के वन रेंज अधिकारी दिनेश जोशी ने बताया कि नरेश सिंह नैनी गांव में खेत में अपनी बकरियों को चरा रहा था और तभी उसके झुंड पर मादा तेंदुआ ने हमला कर दिया और उसकी एक बकरी को ले जाने लगी। उन्होंने बताया कि सिंह ने उसके जबड़े से अपनी बकरी छीनने की कोशिश की।
जोशी ने बताया कि इसी दौरान तेंदुए ने नरेश सिंह नैनी पर हमला बोल दिया। उन्होंने बताया कि मादा तेंदुए के हमले के बावजूद सिंह ने हार नहीं मानी और अपनी दरांती से उस पर वार किया जिससे उसकी मौत हो गयी। दिनेश जोशी ने बताया कि जान गंवाने वाली मादा तेंदुआ की उम्र 2 साल थी। उन्होंने बताया कि आत्मरक्षा का मामला होने के कारण युवक के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। वन रेंज अधिकारी ने बताया कि मादा तेंदुए के साथ संघर्ष में युवक को मामूली चोटें आयी हैं और उसे प्राथमिक उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के दुधवा बफर जोन में सोनाकलां के जंगलों के पास तेंदुए के हमले में 15 साल के एक लड़के की मौत हो गई। दुधवा बफर जोन के उपनिदेशक डॉक्टर अनिल कुमार पटेल ने सोमवार को बताया कि निघासन थाना क्षेत्र में अदलाबाद गांव का आदिल नामक किशोर सोमवार सुबह अपने खेत की रखवाली कर रहा था तभी एक तेंदुए ने उस पर हमला कर दिया। पड़ोस के खेतों में काम कर रहे आदिल के चाचा अशरफ तथा कुछ अन्य ग्रामीण चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे। घटना में आदिल के गले पर गहरे घाव हुए। बाद में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।