नई दिल्ली: मलेशिया में फसे उत्तराखंड के नो नागरिको को भारत सरकार के प्रयासों के बाद सकुशल वापसी हो गई है। इनके परिवार इनकी सुरक्षा को लेकर चिंतित थे, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के प्रयासों के बाद इनकी वापसी हो सकी।
यह सभी मलेशिया में रोज़गार करने गए थे,लेकिन इन सभी के पासपोर्ट काम कराने वालो ने जबरन ले लिए थे। जिसके कारण यह सभी भारतीय कर्मचारी मलेशिया में फसे हुए थे। अकसर विदेश में काम करने वाले भारतीय कर्मचारियों के शोषण और उन्हें जबरन रोकने की शिकायते आती रहती है।
यह सभी वापस आये नागरिक खुशकिस्मत है कि इनके फसे होने की खबर मिल गई, जिसके बाद मलेशिया स्थित भारतीय उच्चायोग और विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद इन यात्रियों को वापस लाने के लिए 12 अगस्त, 2015 को इनके ई-टिकट मेल द्वारा उच्चायोग और यात्रियों को उपलब्ध करा दिए गए थे। यह सभी भारतीय नागरिक अब वापस आ गए है। फसे हुए नागरिको में अरविंद नेगी, अरविंद कैन्थूर, ब्रजमोहन सिंह, कमल सिंह बिष्ट, मूर्ति सिंह, प्रकाश सिंह, सजेंद्र प्रसाद उनियाल, विजय पाल सिंह, महेंद्र सिंह शामिल हैं। इनके परिवार इनकी वापसी से काफी खुश है
बताया जाता है कि मलेशिया में फंसे हुये यात्रियों का वीजा की वैद्यता 14 अगस्त, 2015 को खत्म होने वाली थी। यदि प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार ने इस मामले में तेज़ी न दिखायी होती तो इन नागरिकों की वापसी में मुश्किलें खड़ी हो सकती थी।