उत्तराखंड के चमोली जिले में रविवार को एक ग्लेशियर टूटने से भयंकर तबाही हुई है। अभी तक 10 शव बरामद किए गए हैं, राहत-बचाव कार्य जारी है। उत्तराखंड चमोली ग्लेशियर आपदा के रेस्क्यू ऑपरेश पर एयरफोर्स ने बताया कि रेस्क्यू ऑपरेशन में 1 सी-17 और 4 सी-130 हरक्यूलिस विमान, 3 एमआई-17 हेलीकॉप्टर, 1 ALH को देहरादून में तैनात किया गया है। मार्कोस की टीम को 6 बजे एयरलिफ्ट कर देहरादून भेजा। ITBP के जवानों ने तपोवन सुरंग में फंसे 16 लोगों को बचा लिया है।
राज्य आपदा प्रबंधन केंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने के बाद अब तक 7 लोगों की मौत हो गई है। वहीं छह घायल और लगभग 170 लापता हैं। पीएम मोदी लगातार हादसे पर नजर बनाए हुए हैं। पीएम मोदी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को हर संभव मदद देने का भरोसा दिया है। तपोवन-रेणी पनबिजली परियोजना में काम कर रहे 150 से ज्यादा मजदूरों के मारे जाने की आशंका है।
टनल नंबर-1 में फंसे हैं 30 लोग
आईटीबीपी के पीआरओ विवेक पांडे ने बताया कि अब हम दूसरी सुरंग पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो कि सुरंग नंबर एक है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार यहां लगभग 30 लोग वहां फंसे हुए हैं। हम रात का ऑपरेशन भी करेंगे। हमारी टीमें पहले से ही काम पर लगी र्हु हैं और उम्मीद है कि हम उन्हें जल्द ही बाहर निकाल लेंगे।
चमोली हादसे पर फ्रांस के राष्ट्रपति ने जताई संवेदना
उत्तराखंड प्रांत में एक ग्लेशियर फटने की घटना पर फ्रांस ने भी प्रतिक्रिया दी है। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा कि उत्तराखंड में ग्लेशियर फटने के बाद फ्रांस पूरी तरह से भारत के साथ एकजुट है, जिसमें 100 से अधिक लोग लापता हो गए हैं। हमारी संवेदना उनके और उनके परिवारवालों के साथ है।
उत्तराखंड के चमोली में आपदा राहत कार्य के लिए भारतीय वायुसेना (IAF) का C130J सुपर हरक्यूलिस विमान देहरादून के जॉली ग्रांट हवाई अड्डे पर उपकरणों के साथ पहुंच चुका है।
125 से ज्यादा लोग लापता- रावत
उत्तराखंड के मुख्यंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने तपोवन, रैणी में प्रभावित इलाकों का दौरा किया। चमोली ग्लेशियर आपदा पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि संडे होने की वजह से बहुत लोगों की जान बच गई। सेना, NDRF, SDRF की टीमें काम कर रही हैं। 125 से ज्यादा लोग समेत ऋषि गंगा प्रोजेक्ट के 30 लोग लापता हैं। अफवाहों पर ध्यान बिल्कुल न दें।
ITBP ने 16 लोगों को बचाया
चमोली में तपोवन डैम के पास निर्माणाधीन टनल से ITBP ने सभी 16 लोगों को बचा लिया है। राहत कार्य के लिए नेवी की 7 डाइविंग टीमें अलर्ट पर रखी गई हैं। उत्तराखंड में तबाही पर ITBP के डीजी ने कहा कि तपोवन NTPC प्लांट से करीब 10 शव बरामद किए गए हैं। हादसे के समय NTPC प्लांट में 100 लोग काम कर रहे थे। चमोली पुलिस ने बताया कि पानी का बहाव कर्णप्रयाग पहुंच गया है, नदी का जल स्तर सामान्य है और आपदा प्रभावित जगहों पर रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
एसडीआरएफ की DIG रिद्धिमा अग्रवाल ने कहा कि अभी तक 150 लोगों के लापता होने की खबर आ रही है। पानी का बहाव अभी सामान्य है। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रालत से बात कर हर मुमकिन मदद का भरोसा दिया है। हर हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
ITBP, SDRF और NDRF की टीमें मौके पर पहले ही पहुंच चुकी हैं। रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है। ऋषिकेश, हरिद्वार और श्रीनगर में अलर्ट जारी किया गया है। तपोवन में ऋषि गंगा के हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट को भारी नुकसान हुआ है। अलकनंदा के पानी को रोकने के लिए श्रीनगर और ऋषिकेश को डैम खाली करा लिया गया है।
उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने के बाद हुए हादसे की पीएम मोदी ने समीक्षा की और वहां के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत से बातचीत की। पीएम मोदी ने सीएम को हर संभव मदद का भरोसा दिया। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि देवभूमि को हर सम्भव मदद दी जाएगी। गृह मंत्री अमित शाह ने एनडीआरएफ, वायु सेना और संबंधित विभागों को ज्वाइंट ऑपरेशन के लिए अलर्ट पर रखा है। सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता जान माल की रक्षा है।
भारतीय सेना ने उत्तराखंड सरकार और NDRF की मदद के लिए चॉपर और सैनिकों को तैनात किया है। ऋषिकेश के पास स्थित मिलिट्री स्टेशन रेस्क्यू और रिलीफ ऑपरेशन में कोऑर्डिनेट कर रहा है। आर्मी हेडक्वार्टर्स से भी हालात पर नजर रखी जा रही है। सेना के करीब 600 जवानों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में भेजा जा रहा है।
चमोली में ग्लेशियर टूटने की घटना के बाद ऋषिकेश-बद्रीनाथ नैशनल हाइवे को ऐहतियातन बंद किया गया है। एसएसपी हरिद्वार का कहना है कि निचले इलाकों में रहने वालों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमने बाढ़ चौकियों को भी ऐक्टिव कर दिया है। चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद पानी का बहाव अब नंदप्रयाग पहुंच गया है। राहत की बात यह है कि नंदप्रयाग पहुंचते-पहुंचते पानी का बहाव तकरीबन सामान्य हो गया है।
ITBP के प्रवक्ता विवेक पांडेय ने बताया कि 200 जवान स्थानीय प्रशासन की मदद से बचाव कार्य में जुटे हैं। एक टीम घटनास्थल पर मौजूद है और दूसरी टीम जोशीमठ के पास तैनात है जो लोगों को जागरूक करने का काम कर रही है। स्थिति नियंत्रण में है और कम से कम नुकसान हो इसके प्रयास किये जा रहे हैं।
उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने के बाद मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर 1070 या 9557444486 जारी किए गए हैं। उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना पर IG NDRF ने कहा कि विभिन्न एंजेसियां काम कर रही हैं। हम कोशिश कर रहे हैं कि फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके। जो लोग सुरंग के बाहर फंसे थे उन्हें ITBP द्वारा सुरक्षित निकाला गया है। जो लोग सुरंग के अंदर फंसे हैं उन्हें बचाने का कार्य जारी है।
उत्तराखंड में ग्लेशियर टूटने की घटना पर उत्तराखंड CM त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि हमारी सेना के लोग वहां पहुंच गए हैं। NDRF की एक टीम दिल्ली से यहां पहुंची है। मेडिकल सुविधा की दृष्टि से वहां सेना के, पैरामिलिट्री फोर्सेज के और हमारे राज्य के डॉक्टर वहां कैंप किए गए हैं। हमने वहां का हवाई सर्वे किया, इसके बाद रेणी गांव जहां तक जाया जा सकता है, वहां तक रोड से जाकर जायजा लिया