मुजफ्फरनगर: पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंग उत्कल एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के खतौली थानाक्षेत्र में शनिवार की शाम दुर्घटनाग्रस्त हो गई। गाड़ी के 14 डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसा इतना भयानक था कि कई डिब्बे एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए। इस हादसे में कम से कम 23 यात्रियों की मौत हो गई और 400 लोग घायल हो गए। मेरठ-सहारनपुर रेलखंड में यह भीषण हादसा शाम लगभग 5.45 बजे हुआ। रेलवे के सूत्रों के मुताबिक, बोगियों को काटकर शवों को निकाला जा रहा है। मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है। रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने कहा कि गाड़ी के 14 डिब्बे अचानक पटरी से उतर गए।
पुलिस और रेलवे के अधिकारी इस हादसे को आतंकवादी घटना मानने से इनकार नहीं कर रहे हैं। एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गई हैं, राहत एवं बचाव कार्य जारी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर पीड़ितों की हर संभव मदद का निर्देश दिया है।घटना की जानकारी मिलते ही उप्र के मुख्यमंत्री ने प्रदेश सरकार के मंत्री सुरेश राणा और सतीश महाना को मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया। इस घटना को लेकर योगी ने मुजफ्फरनगर के जिलाधिकारी से बात कर सभी घायलों का अस्पताल में निशुल्क समुचित इलाज करने को कहा है।
रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने इस हादसे में मरने वालों के परिजन को 3.5 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल यात्रियों के परिजन को 50,000 रुपये और मामूली घायलों को 25,000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, घटनास्थल पर रेल की पटरी टूटी पाई गई है। रेलवे के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक, इस हादसे के पीछे साजिश से भी इनकार नहीं किया जा रहा है, क्योंकि पटरी टूटी हुई मिली है।
इससे पूर्व हादसे के बारे में उप्र के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने बताया, "उत्कल एक्सप्रेस के चार डिब्बे पटरी से उतरने की सूचना है। इसमें एक दो डिब्बे नजदीकी घरों में भी घुस गए हैं। सूचना के बाद ही तुरंत जिले के एसएसपी और जिलाधिकारी को मौके पर पहुंचने का आदेश दिया गया है।"उन्होंने बताया, "अभी यह कह पाना मुश्किल है कि कितने लोग हताहत हुए हैं। हादसे कैसे हुआ, इसकी जांच रेलवे की तरफ से की जाएगी। सभी सरकारी और निजी एंबुलेंस को जल्द से जल्द घटनास्थल पर ले जाने का आदेश दिया गया है।" इससे पहले कानपुर के पास पुखरायां में भी पिछले साल इसी तरह का हादसा हुआ था। इसमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ सामने आया था। एनआईए इसकी जांच कर रही है।
लाइव अपडेट
मुजफ्फरनगर के खतौली के पास कलिंग उत्कल एक्सप्रेस के 10 डिब्बे पटरी से उतर गए हैं। इस हादसे में 20 लोगों की मौत और 100 लोगों के घायल होने की खबर है। हादसा शाम 5 बजकर 40 मिनट के करीब हुआ। ट्रेन के बॉगी एक के ऊपर एक चढ़ गई है। यह ट्रेन पुरी से हरिद्वार जा रही थी। फिलहाल राहत और बचाव दल की मदद से डिब्बे में फंसे लोगों को निकाला जा रहा है। हादसे के बाद ट्रेन की बोगी अगल-बगल के मकानों में घुस गईं। वहीं सूत्रों के मुताबिक इस घटना के पीछे आतंकी साजिश भी हो सकती है। एटीएस की टीम लखनऊ से मुजफ्फनगर के लिए रवाना हो चुकी है। ये भी पढ़ें-
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हादसे की सूचना मिलते ही मुजफ्फरनगर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी राहत टीमों के साथ मौके पर पहुंचकर बचाव में जुट गए हैं। मेरठ से भी राहत और बचाव के लिए टीमों को घटनास्थल पर भेजा गया है। दिल्ली से एनडीआरएफ की टीम को भी रवाना किया गया है। घायलों को आसपास के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। चश्मदीदों के मुताबिक इस हादसे में कई लोग मारे गए हैं। कई डिब्बे में यात्री फंसे हुए नजर आ रहे हैं।
इस हादसे में मारे गए यात्रियों के परिजनों के लिए सरकार ने 3.5 लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। इसके अलावा गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 50 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
रेलवे ने हेल्पलाइन जारी किया। हेल्पलाइन नंबर-0131-2437160, 2645238, 9760534054