लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से 500 और 1,000 रुपये के नोट बंद करने की घोषणा किए जाने के बाद उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित सभी जिलों में हाई अलर्ट घोषित किया है। पुलिस महानिदेशक जावीद अहमद ने जिला पुलिस प्रमुखों को मॉल, पेट्रोल पम्पों, सीएनजी स्टेशनों, दवा की दुकानों पर पुलिस बल तैनात करने व पेट्रोलिंग बढ़ाने का आदेश दिए हैं। बड़े पुलिस अधिकारियों को सड़क पर गश्त करने की हिदायत दी गई है। पुलिस अधिकारियों से कहा गया है कि 11 नवंबर तक पेट्रोल पंप, दवा की दुकानों पर 1,000 और 500 रुपये के नोटों का भुगतान किया जा सकेगा। रेल और बस यात्रा के दौरान भी इन नोटों का भुगतान किया जा सकेगा। लिहाजा ऐसे स्थानों पर नोक-झोंक रोकने के लिए पुलिस मुस्तैद की गई है।
लखनऊ की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मंजिल सैनी ने आईएएनएस को बताया, "सभी एसएचओ व थाना प्रभारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में आने वाले एटीएम बूथ, पेट्रोल पंप व बाजारों में सुरक्षा बढ़ा दें।" उन्होंने बताया कि बैंक और डाकघरों के आसपास के इलाकों में भी सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है तथा किसी भी तरह की स्थिति से निपटने का आदेश दिया गया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 500 व 1000 रुपये के नोट बंद करने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद गांवों में विशेष काउंटर लगाने की मांग की है। मंगलवार देर रात 10.38 बजे ट्वीट कर मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार को गांवों व जिला केंद्रों पर विशेष बैंकिंग काउंटर स्थापित करने चाहिए।
बिहार में लोग परेशान
मंगलवार की रात को 500 और 1,000 रुपये के नोट 12 बजे रात के बाद अवैध घोषित किए जाने की घोषणा के बाद पटना सहित बिहार के अन्य क्षेत्रों में एटीएम और पेट्रोल पंपों पर भीड़ लगी रही। बुधवार को भी पेट्रेल पंप पर लंबी कतार लगी है। इधर, यात्रियों केा भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 500 और 1000 रुपये के नोट को अवैध घोषित किए जाने के एक दिन बाद बुधवार को भी लोगों की परेशानी कम नहीं हुई है।
पटना रेलवे स्टेशन पर टिकट घर के सामने एक घंटे से ज्यादा समय तक पंक्ति में रहने के बाद भी गया के पवन कुमार को टिकट नहीं मिल पाया।
पेट्रोल पंप के कर्मचारी खुले पैसे नहीं दे रहे। ऐसे में जिन्हें 100-200 रुपये का पेट्रोल लेना है, उन्हें भी 500 रुपये का पेट्रोल और डीजल लेना पड़ रहा है।